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उज्जैन

वर्षों से सड़ रहे वाहन, नहीं आते कोई लेने

वाहनों के कलपुर्जे भी हो रहे गायब

उज्जैनNov 07, 2019 / 12:26 am

Mukesh Malavat

Vehicles rotten for years, no one comes

वाहनों के कलपुर्जे भी हो रहे गायब

आगर-मालवा. पुलिस द्वारा जब्त किए वाहन कहीं थानों की सुंदरता बिगाड़ रहे है तो, कहीं पुलिसवालों के लिए ही मुसीबत बन चुके हैं। वाहनों के कई कलपुर्जे तो गायब ही हो चुके हैं। कोतवाली थाने पर अधिक वाहन एकत्रित हो जाने पर कई वाहनों को पुरानी मंडी में रख दिया, जो अब नष्ट होने की कगार पर है।
कोतवाली थाने सहित जिले के लगभग सभी थानों पर जब्त वाहनों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। नीलामी प्रक्रिया जटिल होने के कारण पुलिस भी इन वाहनों को नीलाम करने में कोई खास दिलचस्पी नहीं रखती है। कोतवाली थाने की यदि बात की जाए तो यहां वर्षों से ऐसे वाहन पड़े हैं, जिनके कलपुर्जे ही गायब हो चुके हैं। सिर्फ उनकी बॉडी ही दिखाई देती है। वर्ष 2013 में कोतवाली थाने पर जरूरत से अधिक वाहन खड़े हो जाने के कारण पुलिस ने इन वाहनों को पुरानी मंडी परिसर मेें पटक दिया था तब से लेकर अब तक वाहनों के संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। पुरानी मंडी में सुरक्षा के अभाव के चलते जब्त वाहनों से कोई टायर निकाल गया तो कोई अन्य सामग्री ले गया। वाहनों की स्थिति भी खराब हो चुकी है। जब इस संबंध में पुलिसकर्मियों से चर्चा की तो बताया कुछ ऐसे प्रकरण है जिनमें वाहन स्वामी ने अपना वाहन लेना ही उचित नहीं समझा। अधिकांश प्रकरणों में पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए वाहन स्वामी सामने ही नहीं आते है। पुलिस तामील करा देती है फिर भी वाहन स्वामी अपने वाहन लेने नहीं आते हैं। एक निश्चित समयावधि समाप्त होने के बाद वाहनों को नीलाम करने की प्रक्रिया आरंभ की जाती है। नीलामी प्रक्रिया में अच्छे वाहन तो चले जाते है और जो अटाला रहते हैं, उन्हें लेने कोई नहीं आता है।
पुलिस के लिए भी मुसीबत
जब्त वाहनों के प्रकरणों के निपटारे में समय ही इतना लग जाता है कि जब तक संबंधित वाहन मालिक थाने पर वाहन लेेने आता है तब तक उसके अधिकांश पुर्जे गायब हो जाते हैं। ऐसी दशा में वाहन मालिक तथा संबंधित पुलिसकर्मियों के बीच कई बार कहा-सुनी की नौबत तक आ जाती है।
&किसी न किसी प्रकरण में ही वाहन जब्त किए जाते हैं और उनका निपटारा होने के बाद ही वाहन मालिक की सुपुर्दगी में दिए जाते हैं। जब तक प्रकरण का निपटारा नहीं होता है तब तक वाहन पुलिस की जब्ती में रहते हैं, कुछ प्रकरणों में तो वाहन मालिक अपना वाहन लेने ही नहीं आते हैं। ऐसी दशा में वाहन थानों पर ही पड़े रहते हैं। समयावधि बाद नीलामी प्रक्रिया की जाती है। -अजीत तिवारी, थाना प्रभारी कोतवाली

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