आयुष्मान कार्ड से नहीं हुआ इलाज
उमरिया•May 06, 2019 / 12:47 pm•
amaresh singh
बस की टक्कर से घायल अधेड़ की मौत
उमरिया। कटनी से सीधी तक जाने वाली गहरवार ट्रवल्स की चपेट में आने से अधेड़ गंभीर रूप से घायल हो गया था। जिसे इलाज के लिए जबलपुर रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार गत् दिवस मानपुर में तेज रफ्तार बस ने मोटर साइकिल व साइकिल सवार को जोरदार ठोकर मार दी थी। इस हादसे में मोटर साइकिल सवार व साइकिल सवार के अलावा एक बच्ची को भी चोंट आई थी। जिनमें से समरजीत सिंह पिता नारेन्द्र सिंह 40 वर्ष को गंभीर चोंट आई थी। जिसे जबलपुर के एक निजी चिकित्सालय ेमें भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गई। मृतक समरजीत के बुजुर्ग पिता नारेन्द्र सिंह जी ने रूंधे कंठों से बताया कि मेरी जीवन भर की जमापूंजी के तकरीबन पांच लाख रुपए गंवाकर भी जबलपुर स्थित हास्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मैंने अपने बेटे को खो दिया। उम्र के इस पड़ाव में बेटा बाप की अर्थी को कांधा देता है मुझ बदनसीब बूढ़े बाप को अपने जवान बेटे को कांधा देना पड़ रहा है इससे बढ़कर दुर्भाग्य क्या होगा। समरजीत के पिता नारेन्द्र सिंह ने बताया कि मैं जब अपने घायल बेटे को लेकर जबलपुर जा रहा था तो मुझे वहां नि:शुल्क पूरा ईलाज होने की बात बताई गई जबकि मेरे बेटे का आयुष्मान कार्ड
भी बना हुआ था किंतु संबंधित अस्पताल पहुंचने पर पहले तो आनन फानन में बेटे को एडमिट कर लिया गया और बाद में अस्पताल प्रबंधन द्वारा यह कह दिया गया कि उक्त आयुष्मान योजना अंतर्गत इनका नि:शुल्क ईलाज नहीं किया जा सकता आपको इसके ईलाज के पूरे पैसे देने होंगे तभी आगे इलाज किया जाएगा। पैसे देने के बाद भी बेटे का समुचित इलाज नहीं हुआ।