डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रहे को लेकर स्वास्थ विभाग में परेशान हुआ है। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के द्वारा गांव गांव पहुंचकर दवाइयों का छिड़काव भी किया जा रहा है लेकिन इसके बावजूद डेंगू लगातार फैलता जा रहा है।
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डेंगू के चल रहे प्रकोप के बीच अलीगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी का कहना है कि जिले में 104 डेंगू के संक्रमित मामले हैं तो वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमों के द्वारा डेंगू के प्रति लोगों को जागृत भी किया जा रहा है। डेंगू से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं। अधिकारी का कहना है कि लोगों से अनुरोध किया जा रहा है कि उनके घर के अंदर भरे हुए पानी को फेंकने के साथ-साथ पुरानी वस्तुओं को साफ सफाई करने की भी बात कही जा रही है। जिससे वहां डेंगू के लारवा ना पनपे। अक्सर देखा जाता हैं कि डेंगू का लारवा ठहरे हुए पानी और गंदगी की वजह से होता है। डेंगू का मच्छर गंदगी और ठहरे पानी में पनप कर लोगों को काटता है। इसकी वजह से डेंगू होने के चांस ज्यादा रहते हैं।
डेंगू कैसे होता है?
डेंगू मच्छर वर्षा ऋतु के दौरान बहुतायत से पाये जाते हैं। यह मच्छर प्रायः घरों स्कूलों और अन्य भवनों में तथा इनके आस-पास एकत्रित खुले एवं साफ पानी में अण्डे देते हैं। इनके शरीर पर सफेद और काली पट्टी होती है। इसलिए इनको चीता मच्छर भी कहते हैं। यह मच्छर निडर होता है और ज्यादातर दिन के समय ही काटता है। डेंग्यू एक विषाणु से होने वाली बीमारी है जो एडीज एजिप्टी नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से फेलती है। डेंग्यू एक तरह का वायरल बुखार है।
डेंगू के लक्षण
1. पेट में तेज दर्द
2. काले रंग का मल आना
3. मसूडो/त्वचा/नाक से खून रिसना
4. चमडी का ठन्डा पड जाना एवं ज्यादा पसीना आना
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