छात्रों की संख्या को दर्शाने में की गई गड़बड़ी
हर साल परिषदीय स्कूलों में बच्चों का नामांकन कराने के लिए स्कूल चलो अभियान चलाया जाता है। इसके तहत स्कूलों में बच्चों का नामांकन कराया जाता है, लेकिन इस अभियान में भी गड़बड़ी की जा रही है। पिछले शिक्षा सत्र में जहां छात्रों के नामांकन कराने में लापरवाही की गई, वहीं अब नामांकित किए गए छात्रों की संख्या को दर्शाने में गड़बड़ी की गई।
पोर्टल पर अलग-अलग छात्र संख्या दर्शाई गई
दरअसल, जिन छात्रों का नामांकन होता है, उनकी संख्या यू-डाइस पोर्टल पर दर्शायी जाती है। इसी के माध्यम से बच्चों को सरकार की ओर से दी जाने वाली धनराशि डीबीटी के जरिये अभिभावकों के खातों में भेजी जाती है। जिले के 140 परिषदीय स्कूल ऐसे हैं, जिन्होंने दोनों पोर्टल पर अलग-अलग छात्र संख्या दर्शाई है।
धनराशि में घपलेबाजी की आशंका
यू-डाइस पोर्टल पर छात्रों की संख्या कम दर्शाई गई हैं, जबकि डीबीटी पोर्टल पर छात्र संख्या ज्यादा दर्शायी गई है। दोनों पोर्टल पर छात्रों की संख्या में 20 से लेकर 131 तक का अंतर आ रहा है। यह गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद अभिभावकों के खाते में भेजी जाने वाली धनराशि में घपलेबाजी की आशंका जताई जा रही है। बीएसए ने चार मई तक मांगा जवाब
इसका खुलासा पिछले साल के रिकॉर्ड की जांच में हुआ है। जूम मीटिंग के जरिये जब इसकी समीक्षा की गई तो खुलासा हो गया, जिस पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजीव कुमार ने जिले के 140 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों और इंचार्ज प्रधानाध्यापकों को नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाब तलब किया है। बीएसए ने सभी से चार मई तक इसको लेकर जवाब मांगा है।