एसवीडीवी कॉरिडोर में धरने पर बैठे छात्रों ने कहा कि महामना पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित इस संकाय में उनकी इच्छा, संकल्पना एवं विधि द्वारा स्थापित परंपरा के संरक्षण के लिए छात्र आज भी धरनारत हैं। काशी हिंदू विश्वविद्यालय संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के छात्रों का संकाय में चल रहे आंदोलन का 1 महीना 2 दिन हो चुका है। प्रशासन द्वारा दिया गया समय भी बहुत पहले ही पूरा हो चुका है ।
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय कार्यपरिषद (ई सी) की बैठक भी पूरी हो चुकी है और नियुक्तियों का लिफाफा भी खुल चुका है। उसके बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को गुमराह कर रहा है। पहले तो जिस दिन उनकी मौखिक परीक्षा हुई थी उसके दूसरे दिन ही ज्वाइन करा दिया गया। वह भी रातों-रात रजिस्ट्रार के ऑफिस में ही विरोध करने के बाद भी। लेकिन अब उनको (डॉ फिरोज) 1 महीने का टाइम दिया जा रहा है। लड़कों के एग्जाम हैं, लड़कों का भविष्य है। उसको विश्वविद्यालय प्रशासन नजरअंदाज कर रहा है। ऐसे में उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो आमरण अनशन के लिए छात्र बाध्य होंगे जिसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन खुद ही होगा।