तीनों लोक त्रिपुरासुर दैत्य के आतंक से आतंकित था। देवताओं पर अत्याचार और उनकों तप को रोकने के लिए त्रिपुरासुर ने स्वर्ग लोक पर भी अपना कब्जा जमा लिया था। त्रिपुरासुर ने प्रयाग में काफी दिनों तक तप किया था। उसके तप से तीनों लोक जलने लगे। तब ब्रह्मा ने उसे दर्शन दिया। त्रिपुरासुर ने उनसे वरदान मांगा कि उसे देवता, स्त्री, पुरुष, जीव ,जंतु, पक्षी, निशाचर न मार पाएं। इसी वरदान से त्रिपुरासुर अमर हो गया था। विष्णु ने भी त्रिपुरासुर से लड़ने के लिए मना कर दिया था, क्योंकि कोई भी देव उसकी मृत्यु का कारण नहीं बन सकता था। विष्णु के कहने पर देवता ब्रह्मा जी से मिले।