वाराणसी. डीजल रेल इंजन कारखाना (डीएलडब्ल्यू) सहित सात रेल कारखानों को निगम में परिवर्तित करने के विरोध में आंदोलित डीएलडब्ल्यू कर्मचारियों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा। अब तो कर्मचारियों संग उनका पूरा परिवार भी आंदोलन में बढ-चढ कर हिस्सा लेने लगा है। आंदोलन के आठवें दिन मंगलवार को कर्मचारियों ने कारखाने पश्चिमी गेट से रैली निकाली जिसमें हज़ारो की संख्या में कर्मचारी शामिल रहे। रैली कर्मचारी क्लब पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गई। सभा को संबोधित करते हुए कर्मचारी नेताओं ने कहा कि आंदोलन दिन प्रतिदिन आक्रामक होता जाएगा। इसी कड़ी में बुधवार को मानव श्रृंखला बनाई जाएगी।
निगमीकरण के विरोध में चल रहे आंदोलन के क्रम में मंगलवार को डीरेका बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले डीएलडब्लू मज़दूर संघ, रेल मजदूर यूनियन, मेंस कांग्रेस ऑफ डीएलडब्लू, डीएलडब्ल्यू मेंस यूनियन समेत एससी/एसटी एसोसिएशन, ओबीसी एसोसिएशन, आईआरटीएसए एवं कर्मचारी परिषद के साथ सभी डीरेका कर्मी कारखाने के पश्चिमी गेट से हज़ारो की संख्या में जुलूस की शक्ल में निकले। उनके हाथों में काला झंडा एवं बांहों पर काली पट्टी बांधी थी। वो निगमीकरण के विरोध में तख्तियां लेकर चल रहे थे। सबसे बड़ी बात कि इसमें बड़ी तादाद में महिलाएं भी शामिल थीं।
यह जुलूस नाथूपुर क्रासिंग से होते हुए जैसे ही कालोनी में प्रवेश किया, कालोनी की महिलाएं एवं बच्चे भी जुलूस में शामिल होकर निगमीकरण के खिलाफ आवाज बुलंद करने लगे। जगह जगह कर्मचारी रास्ते मे रुक रुक कर सरकार विरोधी एवं निगमीकरण के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। जुलस डीएलडब्ल्यू इंटर कॉलेज चौराहे के समीप कर्मचारी क्लब पर पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया।
ये भी पढें- डीरेका सहित रेलवे की सात उत्पादन इकाइयों के निजीकरण की तैयारी, कर्मचारियों में रोष सभा को सभी यूनियनों के महामंत्री, डीएलडब्लू मजदूर संघ से कृष्ण मोहन तिवारी, डीएलडब्लू रेल मजदूर यूनियन से राजेंद्र पाल, मेंस कांग्रेस ऑफ डीएलडब्लू से आलोक वर्मा, डीएलडब्लू मेंस यूनियन से अरविंद श्रीवास्तव, एससी/एसटी एसोसिएशन से सरदार सिंह, ओबीसी एसोसिएशन से हरिशंकर यादव ने संबोधित किया।
डीरेका के सयुंक्त सचिव एवं डीरेका बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ने सभी कर्मचारीयो एवं उनके परिवार के लोगों को इस आंदोलन में शामिल होने के लिए धन्यवाद देते हुए बताया कि आंदोलन दिन प्रतिदिन आक्रामक होता जाएगा।
ये भी पढें- डीएलडब्ल्यू निगमीकरण: आर-पार की लड़ाई के मूड में कर्मचारी जुलस का नेतृत्व संयुक्त सचिव कर्मचारी परिषद डीरेका एवं संयोजक डीरेका बचाओ संयुक्तम संघर्ष समिति वाराणसी विष्णु देव दुबे, कर्मचारी परिषद के सदस्य विनोद सिंह, अजीमुल हक, नवीन सिन्हा, प्रदीप यादव ने किया।