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दरअसल उद्यमी अजय कुमार आस्थाना का एक प्लांट रोहनिया के दरेखू में आस्थाना कामरूप गैस ऑक्सीजन प्लांट के नाम से खुला तो था, लेकिन बिजली की समस्या के चलते उत्पादन प्रभावित होने पर उसे 2017 में बंद कर दिया गया था। आस्थाना बताते हैं कि प्लांट को चलाने के लिये निर्बाध बिजली जरूरी है। ट्रिपिंग की समस्या के चलते प्रोडक्शन पर असर पड़ने ओर बेतहाशा बढ़ी विद्युत दर के चलते प्लांट बंद करना पड़ा था।
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अब जबकि लोगों की जान बचाने के लिये ऑक्सीजन की जरूरत है तो ऐसे में जिला प्रशासन से संपर्क कर प्लांट फिर से खोले जाने के संबंध में वार्ता हुई। उपायुक्त उद्योग वीरेन्द्र कुमार की ओर से भी प्लांट को फिर से शुरू करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने का भरोसा दिया गया है। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग से बात कर ऑक्सीजन प्लांट को फिर शुरू करने को कहा गया है। उम्मीद जतायी है कि दो सप्ताह में प्लांट में उत्पादन शुरू हो सकता है।
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प्रदेश के स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क (राज्य मंत्री) स्वतंत्र प्रभार रवींद्र जायसवाल ने भी भरोसा दिलाया है कि दरेखू का बंद ऑक्सीजन प्लांट जल्द ही फिर से शुरू होगा। उन्होंने बताया है कि ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार की नई नीति के तहत लाइसेंस फ्री कर दिया गय है। ऑक्सीजन बाॅटलिंग प्लांट पर व्यक्तिगत रूप से लोगों के आने से होने वाली समया पर मंत्री रविंद्र जायसवाल ने किसी अन्य स्थान पर सिंगल विंडो सिस्टम खोलने पर जोर दिया, जिससे लोगों को उनकी जरूरत के आधार पर ऑक्सीजन मिल सके। कहा है कि प्लांटों से ऑक्सीजन सिलेंडर सिर्फ अस्पतालों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।