कारोबारी बोले सराहनीय कदम
वाराणसी के कारोबारी राजेश जैन ने कहा कि आरटीजीएस की सुविधा 24 घंटे मिलने से कारोबारियों को काफी आसानी होगी। सरकार का फैसला बहुत अच्छा है। इससे कारोबारियों को काफी सहूलियत हो जाएगी। कारोबारी भगवान जायसवाल ने कहा कि कभी कभार सौदा तय होते-होते देर हो जाती है। ऐसे में पेमेंट के लिये इंतजार करना पड़ता है। अब पैसों के लेनदेन के चलते सौदे पर कोई असर नहीं पड़ेगी। कभी भी रुपया ट्रांसफर होने से व्यापार को और गति मिलेगी। सरकार का यह कदम कारोबार और काराेबारियों के लिये बहुत ही सराहनी य और स्वागत योग्य है।
मिनिमम 2 लाख रुपये होते हैं ट्रांसफर
डिजिटल बैंकिंग के दौर में NEFT और RTGS जैसी सुविधाएं कभी भी कहीं भी लेनदेन को बेहद आसान बनाती हैं। कोरोना काल में देश भर में लोगों ने जमकर इंटरनेट बैंकिंग और डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल किया। आरटीजीएस में आप ज्यादा से ज्यादा जितनी रकम चाहें ट्रांसफर कर सकते हैं, हालांकि मिनिमम ट्रांसफर अमाउंट दो लाख रुपये तय है।
क्या है आरटीजीएस
आरटीजीएस एक बेहद तेज लेनदेन की प्रक्रिया है। इसके जरिये रकम कुछ ही देर में किसी भी बैंक खाते में भेजी जा सकती है। RTGS का फुल फाॅर्म है Real Time Gross Settlement जिसे आम भाषा में ऐसे समझें कि आप पैसा ट्रांसफर करें और कुछ ही देर में वह खाते में पहुंच जाए। इसके जरिये लेनदेन बेहद तेज होता है।
RTGS व NEFT और IMPS में अंतर
डिजिटल बैंकिंग में रुपये के लेनदेन और फंड ट्रांसफर के लिये देश में तीन तरह के सिस्टम काम करते हैं। आरटीजीएस, नेफ्ट और आईएमपीएस