रायगढ़। केआईटी कर्मचारी संघ पिछले लंबे समय से 17 महिने के लंबित वेतन सहित 5 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन अन्य मांगे को पूरा करने के दिशा में पहल करना तो दूर अभी तक लंबित वेतन को दिलाने के लिए प्रयास नहीं हो पाया है। इसको लेकर परेशान कर्मचारी संघ ने मंगलवार को अंबेडकर चौक में सामूहिक भूख हड़ताल कर विरोध प्रदर्शन किया।
केआईटी कर्मचारी संघ ने बताया कि 16 माह से वेतन न मिलने के कारण इस कॉलेज में कार्य करने वाले छोटे वर्ग भृत्य व अन्य कर्मचारियों के सामने आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ती चली जा रही है, इसके अलावा यहां कार्यरत कर्मचारियों के भविष्य की स्थिरता नहीं है, जिसके कारण हमेशा संशय की स्थिति बनी रहती है। लंबित वेतन को दिलाने के लिए पिछले लंबे समय से जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया और मांग की गई,लेकिन अब तक कोई सार्थक परिणाम सामने नहीं आया। जिसके कारण पिछले दिनों अनिश्श्चितकालीन आंदोलन शुरू किया। अपनी मांगों को लेकर कई बार शिक्ष मंत्री से भी मुलाकात किया गया इसके अलावा कुछ समय पूर्व पदयात्रा करते हुए विधायक को भी ज्ञापन सौंपा गया। इसके बाद भी सार्थक परिणाम सामने न आता देख आंदोलन के कड़ी में मंगलवार को सामूहिक रूप से संघ ने भूख हड़ताल किया। मंगलवार को दोपहर तेज बारिश होने के बाद भी केआईटी कर्मचारी संघ अपने आंदोलन पर अड़े रहे। संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि मांगे पूरी न होने पर और उग्र आंदोलन किया जाएगा।
सोमवार को मिलने गए थे मंत्री से
केआईटी कर्मचारी संघ सोमवार को दोपहर में उच्च व तकनिकी शिक्षा मंत्री उमेश पटेल से मिलने के लिए गए थे। अपनी मांगों को लेकर मंत्री से मिलने के बाद आश्वासन मिलने की बात कही जा रही है।
समर्थन देने पहुंचा फेडरेशन
मंगलवार को केआईटी कर्मचारियों ने भूख हड़ताल कर विरोध जताया। इस प्रदर्शन में समर्थन देने के लिए फेडरेशन की ओर से संघ के पदाधिकारी भी धरना स्थल पर पहुंचे।
क्या है प्रमुख मांगे
कर्मचारियों को 16 माह को वेतन भुगतान कराने।
भविष्य की अनिश्चितता समाप्त कर स्थाई समाधान हो।
शासन के अनुरूप सातवां वेतनमान एवं अन्य सुविधाएं दी जाए।
याासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय के अनुरूप फीस व अन्य सुविधा हो।
विद्यार्थियों के लिए अत्याधुनिक प्रयोगशाला की व्यवस्था हो।