रायगढ़। घरघोड़ा के बजरमुड़ा में मुआवजा घोटाले की शिकायत को जारी जांच के आदेश में अब तक राज्य स्तरीय टीम रायगढ़ नहीं पहुंची है। इस मामले में अब तक टीम ने जांच शुरू नहीं किया है।
घरघोड़ा के बजरमुड़ा में सीएसपीडीसीएल को आवंटित कोल ब्लाक के प्रभावित क्षेत्र में हुए भू-अर्जन के दौरान परिसंपत्तिययों के मूल्यांकन में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन के साथ राजस्व मंडल व शासन को शिकायत किया गया था। इस मामले में राजस्व मंडल के आदेश पर जिला स्तरीय टीम गठित कर जांच किया गया। जिला स्तरीय टीम ने इस मामले में कंपनी के एक अपील का हवाला देते हुए जांच ही नहीं किया और पूरे मामले में लीपा-पोती कर दिया। जिसके बाद फिर से इस मामले में शासन को हुई शिकायत पर राजस्व अवर सचिव ने करीब माह भर पूर्व जांच करने के लिए आदेश जारी करते हुए राज्य स्तरीय टीम गठित किया। जिसमें एक आईएएस व दो अपर कलेक्टर को शामिल किया गया है। उक्त जांच अभी तक रायगढ़ जांच करने के लिए नहीं पहुंची है। इस मामले में अब तक जांच शुरू नहीं होने के कारण परिसंपत्तियों के गणना में गड़बड़ी करने वालों के मनोबल बढ़ते हुए दिख रहे हैं।अवर सचिव द्वारा १५ जून को कमेटी गठित किया गया है, जिसमें आईएएस रमेश शर्मा को अध्यक्ष, अपर कलेक्टर हीना अनिमेष नेताम को सचिव व संयुक्त कलेक्टर उमाशंकर अग्रवाल को सदस्य बनाया गया है।
शिकायत में यह है आरोप
यहां मुआवजा के लालच में राजस्व अधिकारी व कर्मचारियों के सांठ-गांठ से कागजों में ही पूरा खेल कर दिया गया है। जिस जगह में पक्का मकान बताया गया है वहां आज भी कच्चा मकान है जहां दो फसली बताया गया है वहां सिंचाई का कोई संसाधन ही नहीं है। इसके अलावा जहां टाईल्स वाले मकान का मुआवजा गणना किया गया है वहां टाईल्स लगे ही नहीं हैं।