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विदिशा रेलवे स्टेशन पर लिक्विड सोप मशीन बनी डस्टविन

बिना पड़ताल शहर में घुस रहे महाराष्ट्र से लौट रहे रेल यात्री

विदिशाApr 11, 2021 / 10:14 pm

govind saxena

विदिशा रेलवे स्टेशन पर लिक्विड सोप मशीन बनी डस्टविन

विदिशा रेलवे स्टेशन पर लिक्विड सोप मशीन बनी डस्टविन

विदिशा. महाराष्ट्र से आने वाले यात्री कृपया ध्यान दें…जो यात्री महाराष्ट्र से आ रहे हैं, उन्हें 72 घंटे पहले की अपनी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य है। यह अनाउंसमेंट महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों के समय विदिशा रेलवे स्टेशन पर सुनाई तो देता है, लेकिन अधिकांश मौकों पर यह किसी से कोई नहीं पूछता कि यात्री कहां से आ रहे हैँ और उनकी कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट कहां है। इतना ही नहीं स्वास्थ्य संबंधी जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग का कोई कर्मचारी रेलवे स्टेशन पर तैनात नहीं है। अधिकांश मौकों पर महाराष्ट्र से लौट रहे यात्री भी बिना पड़ताल के ही शहर में घुस रहे हैं। कई लोगों की केस हिस्ट्री से यह भी साबित हो चुका है कि वे महाराष्ट्र से आए थे इसके बाद वे और उनके परिवार के सदस्य संक्रमित हुए हैं। लेकिन विदिशा स्टेशन के अधिकारी और प्रशासन इससे बेखबर है।
रविवार को पुणे से चलकर जम्मूतवी की ओर जाने वाली झेलम एक्सप्रेस से कुछ यात्री आए। लेकिन बिना किसी पूछताछ के वे स्टेशन से बाहर निकल गए। किसी न उनसे यह तक नहीं पूछा कि वे कहां से आ रहे हैं, क्या उनके पास कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट है अथवा नहीं, उनको बुखार तो नहीं है, वे पॉजीटिव तो नहीं है। जांच कराई या नहीं? इस दौरान झेलम एक्सप्रेस की कुछ बोगियों में काफी भीड़ नजर आई, कुछ यात्रियों ने बताया कि वे महाराष्ट्र से अपने गांव वापस जा रहे हैं। लेकिन जब पत्रिका टीम ने सीएसटी-मुंबई पंजाबमेल के समय स्टेशन का फेसबुक लाइव किया तो जिला पुलिस, आरपीएफ, जीआरपी सहित गेट पर तैनात की गईं एक रेल कर्मचारी भी मुस्तैद दिखीं और उतरे हुए चंद यात्रियों में से सबसे पूछताछ की गई।
रेलवे स्टेशन पर लिक्विड सोप मशीन बनी डस्टविन
विदिशा रेलवे स्टेशन का प्लेटफार्म तो सफाई और पोंछे से चमचमा रहा था, लेकिन संक्रमण रोकने के लिए जिस लिक्विड सोप और पैरों से संचालित होने वाली हाथ धोने की मशीन को यहां रखकर अधिकारियों ने वाहवाही पाई थी, उसकी दोनों टंकियां पूरी तरह खाली पड़ी थीं, उनमें जाले लग रहे थे, हाथ धोने के सिंक में प्लेटफार्म का कचरा भरा हुआ था। यानी मशीन तो अब भी मौजूद है लेकिन स्टेशन के जिम्मेदार अधिकारी उसमें न तो लिक्विड सोप भरवा पा रहे हैं और न ही हाथ धोने के लिए पानी। हद तो ये है कि इस मशीन को डस्टविन बना दिया गया है। रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य विभाग के किसी भी कर्मचारी की तैनाती नहीं होना भी आश्चर्य का विषय है, जबकि यह सबको जानकारी है कि इन दिनों रोजाना महाराष्ट्र से यात्री आकर वहां से संक्रमण लेकर आ रहे हैं और विदिशा जिले को बांट रहे हैं।

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