रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ट्रेन के एसी कोच बी-1 के ब्रेक चिपकने से लगातार घर्षण के कारण ब्रेक बाइडिंग में आग लग गई थी। जिसकी वजह से पहियों से चिंगारियां निकलने लगी और ट्रेन के कुछ डिब्बों में धुआं भर गया। ट्रेक पर काम कर रहे गैंगमेनों सहित अन्य कर्मचारियों ने ट्रेन से चिंगारी निकलते देख ट्रेन को रुकवाया और स्टेशन व ट्रेन के कर्मचारियों के साथ अग्निशमन यंत्र लेकर मौके पर पहुंचे और आग को बुझाया। इस तरह रेलवे कर्मचारियों की सजगता से हादसा टल गया। यदि ट्रेन को समय रहते नहीं रोका जाता तो ट्रेन बड़े हादसे का शिकार भी हो सकती थी। ट्रेन में आग लगने की सूचना मिलने पर भगदड़ के बाद बाहर आए सैकडों यात्री वापस ट्रेन में सवार होकर अपने गंतव्य की ओर रवाना हो गए। इस दौरान करीब 30 मिनट तक कुशीनगर एक्सप्रेस रुकी रही।
पहले भी हो चुकी है ऐसी ही घटना
30 अक्टूबर को रात 12 बजे रेलवे गेट क्रमांक 300 पर हैदराबाद से चलकर नई दिल्ली की ओर जाने वाली 12723 तेलांगना (एपी) एक्सप्रेस में धुआं और चिंगारियां उठीं थीं। तब यात्रियों ने चेनपुलिंग कर रोका था और दूर जाकर खड़े हो गए थे। ट्रेन खड़ी होने पर पाइंटसमैन सहित रेलकर्मियों ने आग बुझाई थी।
कुशीनगर एक्सप्रेस के ब्रेक चिपकने तथा चिंगारियां निकलने की जानकारी मिली थी। कर्मचारियों ने ट्रेन को रुकवाकर ब्रेक रिलीज कर ट्रेन को रवाना कर दिया था। इस दौरान ट्रेन आधे घंटे करीब रुकी रही।
-आईए सिद्दकी, जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे, भोपाल