सोमवार की सुबह लगभग 10 बजे जाजपौन के सरपंच और रीतेश जैन का ग्राम जमुनिया के पास पठारी-खुरई मार्ग पर अपहरण हो गया। बताया जा रहा है कि एक सफेद रंग के चार पहिया वाहन में रीतेश जैन को चार पांच लोग जबरिया अगवा कर ले गए। इस घटना की जानकारी मिलते ही जैन समाज के साथ ही नगर के लोग बडी संख्या में थाने पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध जताते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद कर फार्म चौराहे पर चक्का जाम किया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला ने एसडीओपी ललित डांगुर को मौके पर भेजा। पुलिस ने इस मामले में जमुनिया निवासी कल्याण सिंह यादव, चौपड़ा निवासी मूंगा लाल यादव और बलराम सिंह यादव पर अपहरण का प्रकरण दर्ज किया है।
उधर अपहृत सरपंच रीतेश जैन की पत्नी अमृता जैन ने बताया कि रीतेश सुबह 9 बजे घर से जमुनिया के लिए निकले थे। रास्ते में उनका अपहरण कर लिया गया। उनका आरोप है कि हनोता बांध परियोजना में कृषि भूमि डूब में आई है, जिसका मुआवजा मिला है। इसी बात से आशंका है कि अपहरण बड़ी फिरौती के लिए किया गया होगा। उन्होंने रीतेश की जान को खतरा बताया है। चक्का जाम के दौरान सैकड़ों लोग मौजूद थे।
—- पुलिस का दावा- इसलिए हुआ अपहरण एसडीओपी ललित डांगुर ने बताया कि अपहरण फिरौती के लिए नहीं लगता, किसी तरह की कोई मांग भी अपहरण कर्ताओं की तरफ से सामने नहीं आई है। दरअसल 25 जून को जमुनिया की एक युवती जाजपोन के युवक रजत जैन के साथ चली गई थी। इसकी पठारी थाने मे गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज है। युवती ने रजत जैन के साथ विवाह करने के दस्तावेज भी भिजवाए थे, लेकिन दोनों थाने में उपिस्थत नहीं हुए। इसी बात से नाराज युवती के परिजन कल्याण सिंह, बलराम और मूंगालाल सोमवार को रजत के चचेरे भाई रीतेश जैन को किसी वाहन में बैठाकर ले गए। तीनों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया है। टीमें भेजकर रीतेश जैन की तलाश की जा रही है।–
खेत मे मिले सरपंचएसडीओपी डांगुर ने बताया कि आरोपियाें और सरपंच की तलाश में पुलिस लगातार जुटी थी, इसी दौरान क्षेत्र के एक खेत में आरोपियों और सरपंच को देखकर पुलिस उन तक पहुंचने लगी। इस बीच पुलिस की गाडि़यों और लाइट को देखकर आरोपी भाग खडे हुए। सरपंच रीतेश जैन को मुक्त करा लिया गया। वे सुरक्षित हैं।