यह भी पढ़ें- 450 दिनों से लगातार चिकन और चावल खाए जा रहा है यह शख्स, एकदिन भी नहीं हुआ बोर
शरीफ अली के पेट में अक्सर दर्द रहता था। पेन किलर लेकर वह काम किया करता था,लेकिन एक समय बाद इन दवाइयों से भी कोई फायदा नहीं हुआ। शरीफ अली को लगा कि उन्हें हर्निया की वजह से दर्द होता है। दर्द बढ़ जाने पर उन्हें हरदोई के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। अल्ट्रासाउंड में डॉक्टरों को उनके पेट में हर्निया की जगह प्रजनन अंग ‘बच्चादानी’ uterus दिखी। सारी जांच करके डॉक्टरों ने उनके पेट से बच्चादानी निकाल दी। अस्पताल के डॉक्टर का कहना था कि उनके सामने ऐसा केस पहली बार आया है।
यह भी पढ़ें- ऑनलाइन बिक रहे हैं अंगुली और कान, लोगों में इस वजह से बढ़ रही है इनकी यह अजीबोगरीब मांग
पर्सिस्टेंट मुलेरियन डक्ट सिंड्रोम नाम की एक बीमारी की वजह से ऐसा होता है। इससे पहले साल 1939 में इस तरह की दुर्लभ बीमारी को देखा गया था। हरदोई के सेठ नवल किशोर उर्मिला देवी नामक अस्पताल में एडमिट शरीफ का इलाज डॉ विनीत वर्मा ने किया। जब उनका अल्ट्रासाउंड किया गया तो उन्हें पहले तो यकीन नहीं हुआ, लेकिन उसके बाद शरीफ की तकलीफ को देखते हुए उनका इलाज किया गया। पर्सिस्टेंट मुलेरियन डक्ट सिंड्रोम नामक यह बीमारी बहुत रेयर है जो अक्सर लोगों को नहीं होती।