दरअसल एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो लोग एक ही गाने को बार-बार सुनते हैं उन्हें म्यूजिकल पैरालिसिस होता है। बता दें कि ज्यादातर लोगों में ऐसा 27 साल 11 की उम्र में होता है। इस उम्र के आने के बाद लोग एक ही गाने को बार-बार सुन्ना पसंद करने लगते हैं। कई लोगों को झटका लग सकता है कि आखिर इसे म्यूजिकल पैरालिसिस क्यों कहते हैं तो अब हम आपको इस सवाल का जवाब देने वाले हैं।
बता दें कि स्ट्रीमिंग सर्विस देने वाली कंपनी डीजर ने इस बारे में एक सर्वे किया है जिसमें ये बात निकलकर सामने आयी है कि, बता दें कि डीजर ने ब्राजील, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और अमेरिका में 5000 लोगों पर ऑनलाइन सर्वे किया। सर्वे के नतीजे बताते हैं कि आमतौर पर नया संगीत ढूंढने की इच्छा 25 साल की उम्र में प्रबल होती है।
माना जाता है कि इस उम्र में इंसान हर हफ्ते कम से कम 10 नए गाने सुनता है। बता दें कि काम की व्यस्तता के कारण लोग म्यूजिकल पैरालिसिस के शिकार हो जाते हैं ऐसे लोग एक ही गाने को बार-बार सुनते रहते हैं और वो इसे बदलने की जरूरत भी नहीं समझते हैं। तो अब आप खुद ही देख लीजिए कहीं आप भी तो म्यूजिकल पैरालिसिस के शिकार तो नहीं हैं।