एक अमेरिकी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक अटलांटा की एक अदालत ने इस मामले को बेहद ही शर्मनाक बताया। अदालत ने पाया कि रेप के इस संगीन मामले में निकोलस की भूमिका बेहद ही खतरनाक थी, जिसने बच्ची के साथ जघन्य वारदात को अंजाम दिया। अदालत ने कहा कि इस मामले को सुनने के बाद किसी का भी दिल दहल जाएगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि रेप के इस जघन्य मामले की सुनवाई के बाद फैसला आने में दो साल लग गए। कोर्ट ने 160 साल की सज़ा सुनाते हुए कहा कि आरोपी निकोलस को 136 साल तक पेरोल भी नहीं मिल सकेगी। कोर्ट के इस फैसले ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं कि अब निकोलस अपनी ज़िंदगी की आखिरी सांसें जेल में ही लेगा।
34 वर्षीय दरिंदे ने बच्ची के साथ करीब दस बार रेप किया। 8 साल की उम्र में बच्ची पहली बार निकोलस की दरिंदगी का शिकार हुई थी, अब वह 13 साल की है। बच्ची ने पिछले साल निकोलस के एक बच्चे को जन्म भी दिया था। ये बच्चा निकोलस के कुकर्म के बाद ही बच्ची के गर्भ में ठहर गया था। बच्ची की मां उसका अबॉर्शन कराना चाहती थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया।