बता दें, यह किस्सा उत्तरप्रदेश के गजियाबाद के अन्तर्गत आने वाले साहिबाबाद इलाके के गरिमा गार्डन का है जहां कुछ ऐसा हुआ जिसे देख लोगों की सांसे थम गई।
दरअसल हुआ कुछ यूं कि यहां जायद नाम का एक 4 साल का लड़का रहता था। साल 2016 में यह मासूम बच्चा अचानक गायब हो गया।
घरवालों ने उसे ढूंढ़ने की तमाम कोशिशें की, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद जायद के परिजनों ने पुलिस में जाकर अपहरण का केस दर्ज कराया।
पुलिसवालों ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भी भेजा, लेकिन बावजूद इसके जायद का पता नहीं लग सका।
इस घटना के करीब दो साल बाद यानि कि इधर बीच जायद के पड़ोस में रहने वाले एक परिवार के घर की छत से एक बच्चे का कंकाल बरामद किया गया। लोगों का मानना है कि यह कंकाल जायद का ही है।
इस घर में तीन लोग रहते हैं। लोगों को जैसे ही बक्से में बंद यह कंकाल मिला उन्होंने तुरंत इस बात की सूचना पुलिस को दी। पुलिस इस बारे में उन तीन लोगों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस और स्थानीय लोग इस बात को सोचकर हैरान हैं कि छत में पिछले डेढ़ साल से बॉक्स में एक लाश दफन है और इन लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगी।
इन्हें लाश के सड़ने-गलने की बू तक नहीं आई। इन सब कारणों के चलते शक इस परिवार के तीन सदस्यों पर ही जा रहा है।
इसके साथ ही पुलिस इस पर भी आशंका जता रही है कि कहीं जायद खेल-खेल में बॉक्स में छुप गया हो और अचानक बॉक्स बंद हो जाने के कारण दम घुटने से उसकी मौत हो गई हो।
खैर, अब मौत का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही हो पाएगा। इधर जायद के माता पिता जिस बेटे की तलाश में दर-दर भटक रहे थे उसे इस कदर बक्से में दफन देख उनके होश उड़ गए। हालत तो यह है कि उनके लिए इस पर यकीन कर पाना और खुद को संभाल पाना दोनों ही काफी मुश्किल हो गया है।