खुद को हमेशा शांत रखें जब भी आप किसी ऐसे क्लाइंट या कस्टमर के साथ डील करें जिसके व्यवहार को समझना मुश्किल हो या यूं कहें कि जिसका व्यवहार रूखा हो, तब आपको खुद को हमेशा शांत रखने की कोशिश करनी चाहिए। जब आप खुद को शांत रखते हैं तो आधी बात अपने आप ही बन जाती है। कोशिश करें कि आप अपने रिएक्शन लेवल को कम ही रखें ताकि इन लोगों से बेहतर तरीके से डील कर सकें और अपने काम में सफलता हासिल कर सकें।
उन्हें लाइमलाइट में रहने दें इस तरह के मुश्किल व्यवहार वाले लोग अक्सर आपके काम में कमी निकालने का मौका तलाशते हैं। अत: आपको चाहिए कि इनके साथ डील करते वक्त खुद लाइमलाइट में रहने के बजाय इन्हें लाइमलाइट में रहने दें। जब आप इन लोगों को लाइमलाइट में रखेंगे, तब यह आपके काम में कमी नहीं निकालेंगे क्योंकि काम की पूरी जिम्मेदारी इन्हीं के ऊपर होगी और वह सही तरह से काम भी करेंगे। यह इन लोगों से डीलिंग का अच्छी तरीका है।
स्ट्रेस को कम करें सबसे जरूरी बात जो आपको मुश्किल व्यवहार वाले लोगों के साथ डील करते वक्त याद रखनी चाहिए वो यह है कि आपको अपने स्ट्रेस को कम करना है। यह सही है कि जब आप ऐसे लोगों के साथ काम करते हैं, तब आपको काफी स्ट्रेस होता है लेकिन यह स्ट्रेस हालात को खराब ही करता है। आपको अपने स्ट्रेस को कम करने के लिए पूरी कोशिश करनी चाहिए ताकि आप खुश रहें और ऐसे लोगों के साथ आराम से काम कर सकें।
लोगों को समस्या से अलग रखें जब आपको मुश्किल व्यवहार वाले लोगों के साथ काम करते वक्त कोई समस्या आए, तब लोगों के बजाय उस समस्या पर
ध्यान दें। कोशिश करें कि आपका ध्यान समस्या पर हो और आप उसे हल करने की सभी संभावनाएं खोजें। उस समस्या की वजह से लोगों पर हमला बोल देना या उनसे बात न करना सही नहीं है। स्थिति को उनके नजरिए से देखने की भी कोशिश करें। सामने वाले के प्रति सम्मान जताएं और अपना धैर्य बनाए रखें। कभी ऐसे शब्दों का प्रयोग न करें जिनसे हालात और बिगड़ जाएं। अत: आपको चाहिए कि जब भी कोई समस्या आए तो उसे लोगों से अलग रखें और उसके बाद उसका हल निकालने के बारे में सोचें। इसी तरह सफलता मिलेगी।
अपने संवाद में स्पष्ट रहें मुश्किल व्यवहार वाले लोगों के साथ डील करना और काम करना तब थोड़ा आसान हो जाता है, जब आप कम्यूनिकेशन की कला में माहिर हों। जब आप ऐसे लोगों से बात करें तब आई कॉन्टैक्ट बनाए रखें और पूरे विश्वास के साथ उनसे बात करें। आप जो भी बात कहें उसे स्पष्ट रूप से कहें और अपनी बात को सही ढंग से उनके सामने रखें। उन्हें बताएं कि समस्या क्या है और आप उसे कैसे हल करना चाहते हैं। हालांकि, इसके साथ ही आपको सामने वाले की बात को भी अहमियत देनी होती है और उन्हें भी सुनना होता है, भले ही वह शख्स कितने ही रूखे व्यवहार वाला हो। इस तरह से आप सामने वाले को सम्मान देते हैं और साथ ही अपनी बात भी सही तरह से उसके सामने रखते हैं।
उन्हें बात करने दें अपने बिजनेस के दौरान जब आपका सामना किसी मुश्किल व्यवहार वाले क्लाइंट या कस्टमर से हो, तब उन्हें ज्यादा बात करने दें। खुद को एक बेहतर श्रोता बनाएं और ऐसे कस्टमर्स या क्लाइंट्स को अपनी बात कहने दें। इससे आपको उनके बारे में पूरी जानकारी मिल सकेगी जिससे आप उन्हें बेहतर तरीके से समझ सकेंगे। साथ ही जब आप उनकी बातों को अच्छे से सुनेंगे, तब उन्हें भी अच्छा लगेगा और वह भी आपसे अच्छे ढंग से बात करेंगे। इस तरीके से उनसे डील करना आसान रहेगा।
सीमाएं निर्धारित करें मुश्किल लोगों के साथ डील करते समय सीमाएं निर्धारित करना मुश्किल काम जरूर है लेकिन असंभव नहीं है। ऐसे लोग कभी नहीं चाहते कि आप अपनी सीमाओं को उनसे पहले रखें। ऐसे में आपको अपनी सीमाओं के बारे में स्पष्ट होना चाहिए और उन्हें निश्चित रूप से लागू करना चाहिए। आपको पता होना चाहिए कि ऐसे लोगों को कब न कहना है। आपको न कहते वक्त अपने फैसले के बारे में सुनिश्चित रहने के साथ ही नर्म भी रहना चाहिए। आपको कड़े शब्दों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अत: अपनी सीमाओं का पालन जरूर करें।
डिफेंसिव न रहेंं जब भी आप मुश्किल व्यवहार वाले लोगों के साथ काम करें तो कोशिश करें कि डिफेंसिव न रहें। उनके साथ डील करते समय खुद की बात के बचाव की कोशिश न करें। अगर आप ऐसा करेंगे तो वह आप पर हावी हो जाएंगे और आपके लिए स्थिति बदतर हो जाएगी। ऐसे लोगों के साथ डील करते समय अपनी निजी राय जरूर रखें। जरूरी नहीं है कि आप हमेशा ऐसे लोगों की हां में हां मिलाएं। अगर आप उनकी बात या विचार से सहमत नहीं हैं तो अपनी असहमति उनके सामने जरूर जाहिर करें।