
बीस की उम्र वह वक्त
है जब हम सब अपनी पहली नोकरी की तैयारी करते हैं। यह अच्छी बात है कि हम कमाना शुरू
करें और इं डिपेंडेंट हो जाएं। मल्टीनेशनल कंपनिज के दौर में हर सेक्टर आज क
ॉर्पोरेट सेक्टर है और इसके बारे में जो हम पढ़ते हैं या टीवी में देखते हैं उससे
अलग ही जिंदगी होती है। वर्क एक्सपोजर के साथ-साथ जिवन में बदलाव आना भी आम बात है।
हेंडसम सेलेरी, इंटरनेशनल काम और यदि ज्यादा अच्छा है तो अब्रोड की ट्रिप। लेकिन इन
सबक े बावजूद ऎसी बातें जो केवल कॉर्पोरेट में काम करने वाला समझ सकता है उसे बाहर
का कोई कॉर्पोरेट का जानकार भी नहीं बता सक ता। यह कड़वी सच्चाई केवल अंदर काम करके
ही पता चलती है। जानिए आधी रात को चमकने वाले कॉर्पोरेट की दुनिया के कुछ कड़ वे
सच।
आप जितना अच्छा काम करेंगे आपको उतना ही काम ज्यादा दिया
जाएगा।
आपकी पर्सनल ग्रोथ से किसी को मतलब नहीं है, कंपनी के लिए म ायने
रखता है आपने कंपनी के लिए क्या किया।
ऎसा कई बार होगा जब आप अपनी नोकरी को
केवल पैसों के लिए ही करेंगे।
एक ही डेस्क पर बैठे-बैठे काम करना आपकी
क्रिएटिविटी को खत्म करता है।
कई बार आप किसी ऎसे काम के लिए सवाल किए
जाएंगे जो आप की पहली जिम्मेदारी था ही नहीं।
आप अपने ही बिजनेस के वह सारे
काम कर रहे हैं जिसके लिए आप हायर नहीं हुए थे। काम का दायरा बढ़ता ही
रहेगा।
आपको कई बार यह अहसाल करवाया जाता है कि आपको कंपनी की ज्यादा जरूरत
है ना की कंपनी को।
कॉर्पोरेट में क्लाइंट के साथ मीटींग ज्यादातर वक्त खराब
करना है। इन मीटींगो से कुछ हांसिल नहीं होता। ज्यादातर लोग तो उसे सुनते भी नहीं
हैं।
यदि आप सुस्त हैं तो आप अपने बोस को पसंद नहीं आएंगे और यदि आप ज्यादा
सक्रिय हैं तो आप अपने कलिग्स को पसंद नहीं आएंगे।
आपकी जरूरतों को कई बार
पूरी तरह से इग्नोर किया जाता है। जब तक आप अपनी आवाज नहीं उठाते आपको वह नहीं
मिलेगा जो आप चाहते हैं।
आपके आस-पास के लोग लगातार आपको नीचे खेंचने का
प्रयास करते रहेंगे।
आपके हर दूसरे दिन लेट तक रूकने के बारे में कोई
अप्रिशिएट नहीं करेगा लेकिन किसी दिन जल्दी चले गए तो आप नजर में आ
जाएंगे।
कोई नया इनिशिएटीव लेना आपकी जिम्मेदारी बन जाएगा।
कहीं भी
चले जाओ एचआर डिपार्टमेंट किसी काम का नहीं होगा।
Published on:
31 Mar 2015 12:47 pm
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