2023 में भी खेल चुका है चीन खेल पहली बार नहीं है कि चीन भारत के साथ इस तरह की हरकत करने वाला है। इससे पहले वो 2023 में भी भारत समेत कई देशों की संस्थाओं में सेंधमारी कर चुका है। माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने कहा कि चीन पहले भी ऐसे काम कर चुका है वो इन तकनीक से दूसरे देशों की राजनीति को प्रभावित करता है। चीन (China) की फ्लैक्स टाइफून नामक साइबर कंपनी ने अमेरिका और फिलीपींस के सैन्य अभ्यास से जुड़ी हुई संस्थाओं को टारगेट कर चुकी है। यही नहीं साल 2023 में चीन ने फिलीपींस, हांगकांग, भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी कई संस्थाओं को अपना टारगेट बनाया है।
चीन ने सेट किए ये 3 टारगेट दरअसल जून 2023 से चीन और उत्तर कोरिया के कई साइबर और इसके होते प्रभावों पर झुकाव बढ़ा है। ये देश इस तकनीक का अब गलत इस्तेमाल करने वाले हैं। रिपोर्ट कहती है कि चीन (China) की साइबर कंपनियों ने अपने 3 टारगेट सेट किए हैं। जिनमें दक्षिण प्रशांत द्वीप समूह के देश, दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी और अमेरिकी रक्षा औद्योगिक आधार शामिल हैं।
AI जनरेटेड कंटेट से Loksabha Election 2024 को पहुंचाएगा नुकसान बता दें कि माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन सोशल मीडिया के जरिए AI जेनरेटेड कंटेट तैयार करेगा और उसे वायरल करेगा जो भारत के लोकसभा चुनाव को फायदा पहुंचाएगा। माइक्रोसॉफ्ट ने चेतावनी दी है कि सिर्फ भारत ही नहीं अमेरिका (US Presidential Election 2024) और दक्षिण कोरिया जैसे राज्यों के चुनाव भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। बता दें कि चीन मीम्स, वीडियो और ऑडियो के साथ तेजी से प्रयोग कर रहा है।