एक दिन पहले ही एक और ऑपरेशन में मारे गए थे आतंकी
रिपोर्ट के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक भी बरामद किए गए। इसके अलावा एक दिन पहले जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो कथित आतंकवादी भी मारे गए और कई घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि बलूचिस्तान के स्थानीय प्रशासन को पिशिन की संजलाई पर्वतमाला में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में पता चला था जिसके बाद इस ऑपरेशन की प्लानिंग की गई। पाकिस्तान के फ्रंटियर कोर (उत्तर) के अधिकारियों ने दावा किया कि आतंकवादी अफगानिस्तान से पिशिन में घुस आए थे और पहाड़ियों की चोटी पर अपनी चौकी बनाकर अपनी नापाक हरकतों को अंजाम दे रहे थे।
तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के थे मारे गए आतंकी
बता दें कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान यानी TTP के नवंबर 2022 में सरकार के साथ सीजफायर खत्म करने के बाद पाकिस्तान में बीते साल आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है। खास तौर पर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में ये आतंकी घटनाएं हुई हैं।
खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में सबसे ज्यादा आतंकी वारदात
सेंटर फॉर रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज की वार्षिक सुरक्षा रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में 2023 में 789 आतंकी हमलों और आतंकवाद विरोधी अभियानों में 1,524 हिंसा से संबंधित मौतें और 1,463 घायल हुए, जो बीते 6 साल में सबसे ज्यादा है। इनमें खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान हिंसा के केंद्र थे। यहां 90 प्रतिशत से ज्यादा मौतें और 84 प्रतिशत हमले हुए। इनमें आतंकवाद और सुरक्षा बलों के ऑपरेशन की घटनाएं शामिल थीं।