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Lok Sabha Election Result 2024 : चुनावी नतीजों पर क्या सोचते हैं विदेशी और प्रवासी भारतीय, जानिए

Lok Sabha Election Result 2024 : भारत के लोकसभा चुनावों के परिणाम पर प्रवासी भारतीयों का कहना है कि इन चुनावों ने भारतीय राजनीति और समाज में एक नई दिशा का संकेत दिया है। चुनाव परिणामों का प्रभाव न केवल भारत के भीतर महसूस किया जा रहा है, बल्कि विदेशियों और विशेषकर दुनिया भर में प्रवासी भारतीयों ने भी इस पर गहरी रुचि और प्रतिक्रियाएं व्यक्त की हैं।

नई दिल्लीJun 04, 2024 / 03:45 pm

M I Zahir

Indian Election results and NRI

Indian Election results and NRI

Lok Sabha Election Result 2024 : भारत के लोकसभा चुनावों पर विदेशी और प्रवासी साहित्यकार, जो अपने साहित्य के माध्यम से भारतीय संस्कृति और समाज के कई पहलुओं को उजागर करते हैं, उन्होंने भी इन चुनाव परिणामों पर अपने विचार प्रस्तुत किए हैं। उनके दृष्टिकोण से चुनावी परिणामों का विश्लेषण और इसके प्रभाव का मूल्यांकन एक महत्वपूर्ण साहित्यिक दृष्टि देता है।

परिणाम और भावनात्मक माहौल

दुबई और नेपाल से संबंध रखने वाली मध्यप्रदेश के इंदौर मूल की प्रवासी भारतीय साहित्यकार डॉ. सुनीता श्रीवास्तव ( Dr. Sunita Srivastava) ने भारत के लोकसभा चुनाव और चुनाव परिणाम के बारे में विदेशियों और प्रवासी भारतीयों के रुख के नजरिये से बात की। पेश हैं उनके विचार :

समाज की गहरी समझ

वे कहती हैं,प्रवासी साहित्यकारों के दृष्टिकोण से, चुनाव परिणामों की प्रतीक्षा का समय भावनात्मक और उत्सुकता से भरा हुआ है। वे इस समय को भारतीय लोकतंत्र की परीक्षा के रूप में देखते हैं। कई साहित्यकारों का मानना है कि इस समय में जनता की उम्मीदें और आशंकाएं अपने चरम पर हैं। इस समय का साहित्यिक विश्लेषण हमें समाज की गहरी समझ देता है।

प्रमुख चिंताएं और उम्मीदें

प्रवासी साहित्यकारों ने चुनाव परिणामों पर अपनी चिंताएं और उम्मीदें भी व्यक्त की हैं। उनके अनुसार, नए सरकार को कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों पर तत्काल ध्यान देना आवश्यक है:

  1. आर्थिक सुधार और विकास: प्रवासी साहित्यकारों का मानना है कि चुनाव परिणामों से आर्थिक सुधारों को बढ़ावा मिलेगा। वे उम्मीद करते हैं कि नई सरकार आर्थिक नीतियों में सुधार लाएगी, जिससे रोजगार सृजन और गरीबी उन्मूलन में मदद मिलेगी।
  2. सामाजिक न्याय और समानता: प्रवासी साहित्यकार इस बात पर जोर देते हैं कि नई सरकार को सामाजिक न्याय और समानता के मुद्दों पर गंभीरता से काम करना चाहिए। जाति, धर्म और लैंगिक भेदभाव के खिलाफ कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
  3. पर्यावरण संरक्षण: पर्यावरणीय संकट के प्रति जागरूक प्रवासी साहित्यकार उम्मीद करते हैं कि नई सरकार पर्यावरण संरक्षण के मुद्दों को प्राथमिकता देगी और सतत विकास की दिशा में कदम उठाएगी।

साहित्य में चुनावी माहौल का प्रतिबिंब

डॉ. सुनीता श्रीवास्तव का मानना है कि प्रवासी साहित्यकारों के लेखन में चुनावी माहौल का गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। उनकी कविताएं, कहानियां, और निबंध चुनावी माहौल, जनता की भावनाओं, और भविष्य की उम्मीदों का सजीव चित्रण करते हैं। परिणाम आने के इंतजार के दौरान, उनके साहित्य में निम्नलिखित प्रमुख तत्व देखे जा सकते हैं:
  1. उम्मीद और परिणाम : परिणामों की प्रतीक्षा के दौरान प्रवासी साहित्यकारों के लेखन में उम्मीद और आशा का माहौल देखने को मिलता है। वे इस बात पर विश्वास जताते हैं कि नई सरकार भारत को विकास की दिशा में ले जाएगी और समाज के सभी वर्गों के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगी।
  2. समाज की जटिलताएं: चुनावी माहौल के माध्यम से समाज की जटिलताओं को भी उजागर किया गया है। प्रवासी साहित्यकार इस बात पर ध्यान केंद्रित करते हैं कि समाज के विभिन्न वर्गों की अपेक्षाएं और चिंताएं क्या हैं और नई सरकार इन पर कैसे खरा उतर पाएगी।
  3. लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान: प्रवासी साहित्यकार चुनावी माहौल के माध्यम से भारतीय लोकतंत्र के मूल्यों का सम्मान करते हैं। वे यह दर्शाते हैं कि चुनावी प्रक्रिया और इसके परिणाम भारतीय समाज की लोकतांत्रिक प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं।

नजरिये का निष्कर्ष

डॉ. सुनीता श्रीवास्तव का कहना है कि भारतीय लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने की प्रतीक्षा में प्रवासी साहित्यकारों का दृष्टिकोण भारतीय लोकतंत्र की गहराई और उसकी विविधता को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उनके साहित्य के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि प्रवासी भारतीय इन परिणामों को किस प्रकार देखते हैं और वे नई सरकार से क्या अपेक्षाएं रखते हैं।

भविष्य की दिशा

वे कहती हैं उनका लेखन न केवल चुनाव परिणामों का विश्लेषण करता है, बल्कि भारतीय समाज की जटिलताओं और उसकी संभावनाओं का भी व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करता है। इस प्रकार, प्रवासी साहित्यकारों का दृष्टिकोण हमें न केवल वर्तमान चुनावी परिदृश्य को समझने में मदद करता है, बल्कि भविष्य की दिशा में भी एक सजीव दृष्टि प्रदान करता है।

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