हिंसाग्रस्त क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है। सरकार ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। हालांकि इमरान खान ने साफ चेतावनी दी है कि जबतक शहबाज शरीफ चुनाव की नई तारीखों का एलान नहीं करते हैं, उनके समर्थक इस इलाके को खाली नहीं करेंगे। ऐसे में पाकिस्तान के हालात गृहयुद्ध जैसा हो गया है।
हिंसा की इस आग से देश के अन्य हिस्सों के जलने की आशंका है। लिहाजा पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बता दें कि बीते दिनों आर्थिक संकट के बीच इमरान खान को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। जिसके बाद 13 पार्टियों के समर्थन से पूर्व पीएम नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ ने सत्ता संभाली थी।
यह भी पढ़ेंः पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने खोली दिवालयेपन की पोल, कहा- न पेट्रोल मिल रहा, न कैश
बताते चले कि 24 मई को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पीटीआई के ये कार्यकर्ता पाकिस्तान में जल्द आम चुनाव कराने की मांग को लेकर संघीय राजधानी इस्लामाबाद तक एक प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने बाद में बताया कि गिरफ्तारी सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) के कहने पर की गई थी। जिसके बाद पीटीआई के कार्यकर्ताओं ने अपना प्रदर्शन और तेज कर दिया।
दूसरी ओर इमरान की आजादी मार्च पर सत्ता पक्ष के नेता मरियम नवाज ने निशाना साधा है। मरियम ने कहा कि इमरान खान के शह पर उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हिंसा भड़का रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने शांति से प्रदर्शन करने की इजाजत दी है, लेकिन उसे नहीं माना जा रहा है। दूसरी ओर देर रात अपने लाखों समर्थकों के साथ इमरान खान इस्लामाबाद के करीब डी-चौक पहुंचे। जहां आज वो धरने पर बैठे है।
राजधानी में पुलिस और इमरान समर्थकों की झड़प के बीच पीटीआई ने ट्वीट किया कि पाकिस्तान के लोगों की तरफ से जान बचाने के लिए अद्भूत प्रयास. क्या इनिंग खेली जा रही है, मासाअल्लाह आप लोगों को सलामत रखे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने मंगलवार को पाकिस्तान सरकार के इस्लामाबाद की ओर लंबे मार्च को रोकने के फैसले के बावजूद पार्टी के ‘आजादी मार्च’ को जारी रखने की योजना बनाई थी। जिसके बाद अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे पीटीआई के कार्यकर्ता राजधानी की ओर बढ़ रहे हैं।