पुतिन ने संधोधनों पर निर्णय लेने के लिए 75 डॉक्टर्स, राजनेता, संगीतकार, अभिनेता, फिल्म निर्माता, कारोबारी, खेल और अन्य संगठनों से जुड़े लोगों का कार्यकारी समूह बनाया है। इतिहासकार और विपक्षी राजनीतिज्ञ, व्लादिमीर रियाजकोव ने पुतिन के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कहा है कि यह उनकी सत्ता के शिखर में बने रहने की चाल है। इसके जरिए 2024 के बाद, पुतिन राज्य परिषद के प्रमुख के रूप में एक शक्तिशाली नेता की भूमिका निभाने का इरादा रखते हैं। संवैधानिक समीक्षा समूह के उपाध्यक्ष आंद्रेई क्लीहास का कहना है कि अब तक मिले 700 संशोधन के प्रस्ताव में अधिकांश अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर हैं। नागरिकों के मूल अधिकार और स्वतंत्रता से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। लेवाडलास्ट के एक जनमत सर्वेक्षण ने दिखाया कि 47त्न रूसी मानते थे कि पुतिन जनमत संग्रह का इस्तेमाल अपनी शक्तियों का विस्तार करने और सत्ता में बने रहने के लिए कर रहे हैं।