नकारात्मक असर पड़ेगा उन्होंने कहा कि रूस की जीत से यूरोप की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ेगा। इसलिए, यूक्रेन को समर्थन देना यूरोप की सुरक्षा की गारंटी है। मंत्री ने पश्चिम की ओर से यूक्रेन में सेना भेजने की संभावना से इनकार किया।
सैन्य संघर्ष की ओर बढ़ रहे टैगेस्चाउ के हवाले से जर्मन विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पश्चिमी सैन्य गठबंधन नाटो के साथ सैन्य संघर्ष की ओर बढ़ रहे हैं।
जर्मन सरकार ऐसा कभी नहीं होने देगी एनालेना बेयरबॉक ने कहा कि पुतिन का लक्ष्य एक स्वतंत्र, स्वतंत्र देश के रूप में यूक्रेन के अस्तित्व को नष्ट करना और नाटो को युद्ध में शामिल करना था और अब भी है, हालांकि, उनके मुताबिक जर्मन सरकार ( German Government) ऐसा कभी नहीं होने देगी।
वे बातचीत नहीं करना चाहते बेयरबॉक ने यह भी संकेत दिया कि वे मानवता के लिए तर्कों और अपीलों को स्वीकार नहीं करती हैं। जर्मन विदेश मंत्री ने कहा, “और वह निश्चित रूप से बातचीत नहीं करना चाहते हैं।”
कई देश चर्चा कर रहे जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (German Chancellor Olaf Scholz ) ने कहा कि यूक्रेन सहित कई देश सुरक्षा सलाहकारों के स्तर पर चर्चा कर रहे हैं कि शांति समझौता क्या रूप ले सकता है। स्कोल्ज़ ने यह भी कहा कि जर्मनी लंबी दूरी की टॉरस मिसाइलें स्थानांतरित नहीं करने जा रहा है, क्योंकि इससे रूस और नाटो के बीच युद्ध हो सकता है। जर्मनी भी यूक्रेन को हर हथियार आपूर्ति करने को “सावधानीपूर्वक तौलेगा”।