दीवान सिंह का फोटो देखते ही बच्ची चीखी थी कि ये अंकल सबसे गंदे हैं इन्हें मारो, यही उसे हॉल में ले गए थे। बच्ची के खुलासे के बाद अब पुलिस कह रही है कि ललियाका पुरा निवासी दीवान (30) पुत्र विजय सिंह गुर्जर शरीफ नहीं है। वह 3 साल से स्कूल की बस चला रहा है। उसके कई पुराने चिट्ठे भी खुल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, टीचिंग स्टाफ पर भी वह फब्तियां कसता था।
बुधवार को दीवान सिंह छुट्टी के वक्त पीछे के गेट से स्कूल में घुसा। बच्चे क्लास रूम से निकल कर वाहनों की तरफ जा रहे थे। तब दीवान ने बच्ची की अंगुली पकड़ी उसे एक्टिविटी रूम में ले गया और दुष्कर्म की कोशिश की। इस हॉल में सीसीटीवी कैमरा लगा है, लेकिन उसके सामने स्पीकर टूट कर लटक गया है।
इसलिए हॉल में होने वाली गतिविधियां उसमें रिकॉर्ड नहीं होती। इसकी जानकारी ड्राइवर को थी, इसलिए वह बेफ्रिक था। इससे जाहिर है दीवान सिंह स्कूल में घूमता रहा है इसलिए उसे किसी ने नहीं टोका। जबकि पूरा स्टाफ स्कूल में था। सबको यह भी पता था कि बच्ची दीवान सिंह की बस से स्कूल नहीं जाती।
स्कूल की मान्यता निरस्त की कार्रवाई
स्कूल में सुरक्षा इंतजाम और स्टाफ की जानकारियों के लिए नोटिस दिया है। आरोपी दीवान सिंह के बारे में स्कूल प्रबंधन के रवैये को लेकर जो शिकायतें आ रही है उनकी जांच होगी। खामियां मिलने पर स्कूल की मान्यता निरस्त करने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
हरिनारायणाचारी मिश्र, एसपी ग्वालियर