देशद्रोह के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद जेएनयू छात्र नेता कन्हैया कुमार से मारपीट करने वाले वकील यशपाल को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। खुद को 'देशभक्तÓ बताने वाले यशपाल पर 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। उस पर जब ये आरोप लगे थे तो पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, उसके बाद जमानत पर उन्हें रिहा कर दिया गया। यह प्रॉपर्टी 2001 में मर चुकी एक महिला की थी।
यशपाल पर आरोप है कि साल 2014 में फर्जी तरीके से दिल्ली के जीके-1 एरिया में उसने एक प्रॉपर्टी बेची थी। उस प्रॉपर्टी का मालिक यशपाल ने खुद को बताया था। प्रॉपर्टी का सौदा 3.80 करोड़ रुपए में हुआ था। जिसमें से 45 लाख रुपए यशपाल को पेशगी के तौर पर दिए गए थे।
जब खरीददार ने प्रॉपर्टी के कागजात देखे तो पता लगा कि यशपाल ने उनके साथ धोखाधड़ी की है। उन्होंने इसकी शिकायत कोर्ट में की। जिसके बाद पुलिस ने यशपाल को गिरफ्तार कर लिया। उसके बाद जमानत पर यशपाल को रिहा किया गया। कोर्ट ने यशपाल को 45 लाख रुपए लौटाने के आदेश दिए थे, लेकिन तय वक्त पर पैसा नहीं लौटाने पर उसकी जमानत रद्द कर दी गई। उसके बाद यशपाल ने जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया।