पहली बार र्इडी ने पनामा लीक्स मामले में अब विदेशों में जमा कालेधन को जब्त करने वाले कानून का इस्तेमाल किया था। मेहरा सन्स के एके मेहरा, दीपक मेहरा, शालिनी मेहरा व नवीन मेहरा ने विदेश में निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए देश से बाहर भेजे।
ये पैसे मेहरा सन्स ने दो कंपनियों को ब्याज मुक्त कर्ज के रूप में दिया था जिसे बाद में उन्हाेंने दुबर्इ में अपने निजी खातों में जमा कर लिया। इन खातों में इस समय भी 10.54 करोड़ रुपए जमा हैं।
जानकारी के मुताबिक मेहरा परिवार ने सात कंपनिंया पंजीकृत करार्इ हैं। ये सभी कंपनियां बहामास आैर ब्रिटिश वर्जिन आइलैंडस में हैं, जो ब्लैक मनी छिपाने के लिए बदनाम है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने पनामा लीक्स को लेकर एक विशेष कार्यबल बनाया था। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 500 लोगों की जांच पड़ताल के बाद 192 लोगों की सूची भेजी थी, जिन पर टैक्स चोरी का अंदेशा था। इसी साल फरवरी में र्इडी ने इनमें से 137 भारतीयों को नोटिस भेजकर विदेशी कंपनियों की जानकारी मांगी थी।