
लोकसभा ने आम आदमी पार्टी (आप) नेता और सांसद भगवंत मान द्वारा संसद की सुरक्षा व्यवस्था एवं सदन में पूछे जाने वाले प्रश्नों से जुड़ी प्रक्रिया की वीडियो बनाए जाने एवं उसे सोशल साइट फेसबुक पर डालने के मामले में 9 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की। साथ ही कमेटी की रिपोर्ट आने तक उन्हें सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेने के लिए कहा गया है।
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के सदस्य किरीट सोमैया के नेतृत्व में नौ-सदस्यीय जांच समिति गठित की। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सुबह प्रश्नकाल शुरू होने से ऐन पहले मामले की जांच के लिए समिति गठित किये जाने के बारे में सदन को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि समिति तीन अगस्त तक अपना रिपोर्ट पेश करेगी, तब तक मान को सलाह दी जाती है कि वह समिति की रिपोर्ट आने तक सदन की कार्यवाही में हिस्सा न लें। महाजन ने मान को मंगलवार को समिति के समक्ष सुबह 10:30 बजे तक अपना स्पष्टीकरण देने का भी निर्देश दिया है।
मान ने मांगी थी माफी
बता दें कि पिछले दिनों संसद के दोनों सदनों में हंगामे और कड़ी कार्यवाही के अंदेशे के बीच मान ने यह कहते हुए लिखित माफी मांगी थी कि उनसे अनजाने में गलती हो गई है। उन्होंने माफीनामा लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को सौंप दिया था। उन्होंने कहा, 'वह बिना शर्त माफी मांगते हैं और आश्वस्त करते हैं कि भविष्य में इस तरह की गलती नहीं दोहराएंगे। उन्होंने कहा कि वह संसद की सुरक्षा को खतरे में डालने की सोच भी नहीं सकते।' इससे पहले मान ने कहा था कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह फिर से लाइव करुंगा और नोटिस के लिए भी तैयार हूं।
क्या है मामला?
दरअसल आप पार्टी के सांसद भगवंत मान जब अपनी कार से संसद में जा रहे थे तो उस दौरान उन्होंने मोबाइल से एंट्री से लेकर परिसर के अंदर तक का वीडियो शूट किया और उसे फेसबुक पर लाइवस्ट्रीम किया। हालांकि मान ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए अपने इस कदम को जायज ठहराया है। यहीं नहीं मान ने एक और वीडियो पोस्ट करने की भी बात की है। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस-बीजेपी ने इस मुद्दे पर मान और आप पर निशाना साधा है।
Published on:
25 Jul 2016 11:57 am
