
Separatists call for bandh
जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों ने हिज्बुल मुजाहीद्दीन के कमांडर सबजार अहमद भट को सेना के द्वारा मारे जाने के बाद कश्मीर घाटी में रविवार से दो दिनों के बंद का ऐलान किया है। अलगाववादियों ने कहा है कि निर्दोष लोगों पर बल प्रयोग गलत है। उन्होंने लोगों से त्राल पहुंच कर मारे गए आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने को कहा है।
गौरतलब है कि आज सेना ने घाटी में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में 10 आतंकियों को मार गिराया। इनमें बुरहान वानी की जगह लेने वाले हिज्बुल मुजाहिदीन कमांडर सबजार अहमद भट को भी सेना ने ढेर कर दिया। इसके बाद से घाटी में लोगों ने सेना पर पत्थर फेंकने शुरु कर दिए। इन्हीं मारे गए आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने के लिए दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में 30 मई को त्राल तक अलगाववादियों ने मार्च निकालने का आह्वान किया है।
त्राल में मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकवादियों की गोलीबारी में एक नागरिक भी मारा गया था। साथ ही घाटी के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़पों में कम से कम 30 लोग घायल गए हैं।
हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धड़ों के अध्यक्षों सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक और जेकेएलएफ प्रमुख यासिन मलिक ने संयुक्त रूप से जारी एक बयान में कहा कि रविवार और सोमवार को बंद आहूत करते हैं। साथ ही लोग बड़ी संख्या में त्राल पहुंचने और मारे गये आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने को भी कहा।
बताया जा रहा है कि सेना को इलाके में हिज्बुल मुजाहिदीन के कुछ शीर्ष आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिली। खबर मिलते ही सेना ने पुलवामा जिले के त्राल के सोईमोह गांव में घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। भट्ट अपने साथी के साथ एक घर में छिपा हुआ था। सेना के नजदीक पहुंचते ही उसने गोलीबारी शुरु कर दी। जवाबी गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए।
Published on:
28 May 2017 07:36 am
