
अहमदाबाद. बिटकॉइन प्रकरण में विशेष अदालत ने सूरत के बिल्डर शैलेष भट्ट से जबरन करोड़ों की रकम वसूलने को लेकर गिरफ्तार दो पुलिसकर्मियों सहित तीनों आरोपियों की रिमाण्ड अवधि 16 अप्रेल तक बढ़ा दी।
पांच दिनों की रिमाण्ड अवधि पूरी होने पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने दो निलंबित पुलिसकर्मियों-बाबू डेर व विजय वाढेर तथा बिल्डर-बिचौलिए केतन पटेल को शुक्रवार को विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया। अभियोजन पक्ष की ओर से आरोपियों से पूछताछ के लिए 5 दिनों के अतिरिक्त रिमाण्ड की मांग की गई। यह दलील दी गई कि आरोपी जांच में सहयोग नहीं दे रहे हैं। जगदीश व नवीन नाम के लोगों के बारे में ये आरोपी कुछ नहीं बता रहे हैं। पैसों की लेन-देन के बारे में आरोपी कोई जानकारी नहीं दे रहे हैं। केतन पटेल वकील है जबकि दो अन्य आरोपी पुलिसकर्मी हैं। इसलिए तीनों के कानूनी प्रक्रिया के जानकार होने के कारण पुलिस के सवालों को टाल रहे हैं और पूछताछ में सहयोग नहीं दे रहे हैं।
आरोपी बिल्डर केतन के वकील ने दलील दी कि इस मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है। इस प्रकरण में पूरी जानकारी दी जा चुकी है। इसलिए अब और ज्यादा रिमाण्ड की जरूरत नहीं है। आरोपी कानून के जानकार हैं, इसलिए सीधे-सीधे बात नहीं बताते हैं। वहीं आरोपी पुलिसकर्मियों की ओर से दलील दी गई कि लगातार पांच दिनों से वे रिमाण्ड पर हैं। उनके बयान लिए जा चुके हैं। पंचनामा पूरा हो चुका है। कॉल डिटेल के अनुसार ही उनके बयान हैं। शैलेष भट्ट ने आरोपियों की पहचान की है। अतिरिक्त रिमाण्ड के लिए कोई नया मुद्दा नहीं है।
इससे पहले १२ करोड़ के २०० बिटकॉइन ट्रांसफर करने एवं 32 करोड़ वसूलने के मामले में विशेष अदालत ने गत 9 अप्रेल को इन आरोपियों को शुक्रवार तक रिमाण्ड पर सौंपा था। इस मामले में सीआईडी क्राइम ने अमरेली स्थानीय अपराध शाखा (एलसीबी) के पीआई अनंत पटेल सहित 11 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। बिटकॉइन हड़़पने के संदर्भ में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध पहला मामला दर्ज हुआ है।
Published on:
13 Apr 2018 11:33 pm
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