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आरोपी अधिकारियों के मकानों पर छापे, लाखों के फर्नीचर जप्त

दो अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज सरकारी कार्यालय से 55 लाख नकदी मिलने का मामला

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ACB conducts raids on accused Govt officials in bribe case


गांधीनगर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने शुक्रवार को सरकारी योजनाओं व ग्रांट मंजूर कराने के एवज में 55 लाख से ज्यादा के रिश्वत के आरोपी गुजरात राज्य जमीन विकास निगम के पांच अधिकारियों के अहमदाबाद, हिम्मतनगर व पाटण स्थित मकानों पर छापे मारे। छापे की कार्रवाई के दौरान इन आरोपी अधिकारियों के यहां से लाखों के फर्नीचर जप्त किए गए।
गुरुवार को निगम के गांधीनगर स्थित कार्यालय पर गुरुवार को एसीबी की टीमों ने दबिश देकर कार्यालय में पांच अधिकारियों से ५5 लाख से ज्यादा की नकदी रकम जप्त की थी। इस नकदी रकम को लेकर किसी तरह का खुलासा नहीं किया गया और इसे रजिस्टर में भी दर्ज नहीं किया गया।
इस घटना को लेकर एसीबी अधिकारी डी. बी. प्रसाद ने शुक्रवार को गांधीनगर एसीबी पुलिस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 8, 10 व 13 (2) के तहत दो आरोपियों अधिकारियों - के. सी. परमार व के.एस. देत्रोजा-के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई। परमार निगम के संयुक्त निदेशक हैं वहीं देत्रोजा निगम के प्रबंध निदेशक (एमडी) हैं।
छापे के दौरान देत्रोजा के मकान से 20 लाख का फर्नीचर, परमार के मकान से 11.40 लाख का फर्नीचर, शाह के मकान से 8.75 लाख के फर्नीचर, देसाई के मकान से 63 लाख व साढ़े सात लाख से ज्यादा के फर्नीचर तथा वाघेला के मकान स 8.75 लाख के फर्नीचर जप्त किए गए। मकानों की जांच के साथ-साथ बैंक लॉकर की भी जांच की गई।

पूछताछ के लिए ले गई अज्ञात स्थल!

सूत्रों के अनुसार एसीबी की टीम आरोपी अधिकारियों को पूछताछ के लिए अज्ञात स्थल पर ले गई थी। बताया जाता है कि इस मामले में बड़े नामों की लिप्तता की आशंका है। इस बात का भी पता चला है कि यह मामला पिछले दो वर्षों से जारी था। एसीबी की टीम ने राज्य में किसी भी सरकारी कार्यालय में पहली बार इतनी भारी मात्रा में राशि जप्त की है।
राज्य भर के किसानों की खेत तलावड़ी व खेतों के चारों ओर तार की योजना के तहत ग्रांट दिया जाता है। इन सरकारी योजनाओं व ग्रांट मजूर कराने के लिए रिश्वत की रकम बिचौलिए या अधिकारियों-कर्मचारियों की ओर से ली जाने की शिकायतें मिलीं।
इससे पहले गुरुवार को निगम के कार्यालय से परमार से 40.42 लाख की बेनामी नकदी, देत्रोजा से 1.28 लाख व 30 हजार से ज्यादा की सोने की एक पैण्डल के साथ बूटी, निगम के सहायक निदेशक एम. के. देसाई से 9 लाख की बेनामी नकदी, फील्ड सुपरवाइजर से 5 लाख की बेनाम नकदी तथा कंपनी सेक्रेटरी एस.वी.शाह से 70 हजार की नकदी मिली थी।

किसान कर सकते हैं शिकायत

एसीबी की ओर से कहा गया है कि इस संबंध में कोई भी किसान एसीबी के समक्ष शिकायत कर सकता है। वे यह शिकायत 1043 नंबर पर कर सकते हैं। शिकायत को लेकर जानकारी गुप्त रखी जाएगी। एबीसी की टीम शिकायत करने वाले किसानों के पास खुद जाकर उनकी शिकायतें सुनेंगी।