दीवार तोडऩे से पहले संस्थान के अधिकारियों को कोई जानकारी तक नहीं दी गई। दीवार तोडऩे के बाद सांसद ने तत्काल गृहमंत्री को पत्र लिखकर संपूर्ण घटनाक्रम के बारे में जानकारी दे डाली। दीवार तोडऩे के बाद बताया जाता है कि विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए दीवार से दरवाजे निकालने के लिए दीवार तोड़ी गई है। एसएसआर ट्रस्ट के चेयरमैन सांसद डेलकर हैं।
घटना के बाद शुक्रवार को मामलतदार टीआर शर्मा की टीम मौके पर पहुंची और निरीक्षण किया। सूत्रों के अनुसार अधिकारियों की टीम तोड़ी गई दीवार से सेफ्टी दरवाजे बनाने के उद्देश्य से मौके पर पहुंची, मगर संस्थान के अधिकारियों ने गेट का निर्माण स्वयं करने का आश्वासन देकर पुन: लौटा दिया। मामलतदार की टीम को एसएसआर ट्रस्ट के अधिकारियों ने कोर्ट का वह निर्णय भी दिखाया, जिसमें अगले आदेश तक शिक्षण संस्थान पर कोई कार्रवाई नहीं करने को कहा गया है।
उल्लेखनीय है कि सांसद और प्रशासक में पिछले 6 माह से कई मुद्दों को लेकर आपस में ठनी हुई है। कुछ दिनों पूर्व एसएसआर ट्रस्ट पर कार्रवाई करने के उद्देश्य से प्रशासन का काफिला पहुंचा था, मगर सफल नहीं हो सके। एसएसआर शिक्षण संस्थान में पिछले एक वर्ष से सरकारी नमो मेडिकल कॉलेज भी चल रही है। हाल में देश की सबसे बड़ी अदालत लोकसभा में सांसद ने क्षेत्रीय मुद्दो को लेकर स्थानीय प्रशासन पर कई आरोप लगाए थे। उल्लेख है कि हाल में जिला पंचायत, ग्राम पंचायत व नगर परिषद के चुनाव होने हैं, जिससे इस घटनाक्रम को सियासत के रूप में देखा जा रहा है।