एसोसिएशन ऑफ डोमेस्टिक टूर ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया (एडीटीओआई) की 9वीं वार्षिक कन्वेंशन सह एक्जीबिशन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि गुजरात के अन्य पर्यटन स्थलों को एडॉप्ट ए हेरिटेज: अपनी धरोहर, अपनी पहचान योजना के तहत चयनित किया गया है। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब गुजरात दूसरे राज्यों के लिए एक उदाहरण बनेगा।
राज्य का पर्यटन विभाग ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को आकर्षित करने का प्रयास कर रहा है। विभाग के अधिकारियों ने सीमाई पर्यटन, अध्यात्म पर्यटन, स्वास्थ्य पर्यटन और खेल पर्यटन के बारे में भी जानकारी दी। इन अधिकारियों के मुताबिक गुजरात में सीमाई पर्यटन ज्यादा लोकप्रिय होता जा रहा है। इसके तहत लोग यह सीख सकते हैं कि हमारे बीएसएफ किस तरह से कार्य करती है और इसके सहारे बच्चों में देशभक्ति की भावना को भी विकसित किया जा सकता है।