एसीईओ के निर्देश दरकिनार स्मार्ट सिटी के एसीईओ के मना करने के बावजूद पूर्व में अजमेर स्मार्ट सिटी लिमिटेड में प्रचलित आरएफपी तथा अन्य स्मार्ट सिटी (उदयपुर,जयपुर) में प्रचलित निविदा दस्तावेजों में भी नहीं है तथा बहुत ही गंभीर विसंगति है। इसी संदर्भ में पूर्व में जेएलएनएल अस्पताल मेडिसिन ब्लॉक की निविदा के संदर्भ में प्रकरण एसीईओ के संज्ञान में आया था जिसमें इसी शर्त का लाभ उठाते हुए एक निजी फर्म को फायदा पहुंचाया गया। एसईओ ने इस निविदा को निरस्त करते हुए शेष सभी निविदाओं को निरस्त/संशोधन जारी कर इस शर्त को हटाने के निर्देश प्रदान किए गए थे। पटेल मैदान के विकास के लिए प्राप्त निविदाओं में भी प्राइवेट कार्य के अनुभव को मान्य करने सम्बन्धी अभी भी विद्यमान है,जिसे ना तो निरस्त किया गया है और न ही संशोधित किया गया है। इसके बाद एसीईओ ने मुख्य अभियंता पर अनौपचारिक टिप्पणी करते हुए नोटिस दिया है।
एसईओ ने बताया अनुचित स्मार्ट सिटी की पूर्व अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिन्मयी गोपाल एक हाल ही स्मार्ट सिटी के मुख्य अभियंता को नोटिस जारी किया है। नोटिस के अनुसार कुछ समय पूर्व पीएमसी मैसर्स एजिज द्वारा सक्षम स्वीकृति प्राप्त किए बिना अनुचित तरीके से समस्त निविदा दस्तावेजों में कार्य निष्पादन के अनुभव के मापदंडों में प्राइवेट कार्य के अनुभव को मान्य करने सम्बन्धी शर्त शामिल की गई है।
सीईओ ने कहा ओवर बजट स्मार्ट सिटी के सीईओ कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित का कहना है कि स्टेडियम के लिए ओवर बजट बनाया गया है। स्टेडियम के लिए इतना बजट सही नहीं है। मेन रोड की तरफ दुकानें भी बनाओ जिससे आय हो। रेवन्यू मॉडल विकसित किया जाए।
घरों में हो रही बैठकें जानकारों का कहना है कि निजी फर्मो को फायदा पहुंचाने में जुटे स्मार्ट सिटी के अभियंता व लेखा शाखा के बड़े अधिकारी कार्यालय के बजाय घरों में बैठक कर शर्ते तैयार कर रहे हैं। अधिकारियों के निर्देश के बावजूद शर्ते नहीं बदली जा रही है।
(इस सम्बन्ध में स्मार्ट सिटी के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अविनाश शर्मा से उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होनें फोन नहीं उठाया।) read more:
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