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अजमेर

‘अन्नदाता’ के अरमानों पर ‘बरसा’ पानी, फसल नुकसान की इस नम्बर पर किसान 72 घंटे में दें सूचना

अजमेर में ओलावृष्टि एवं बारिश से गेहूं एवं जौ की कटी फसलों में खराबे से किसानों को आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है। इसके बावजूद समय पर गिरदावरी शुरू नहीं हुई है। उधर, कृषि विभाग की सर्वे रिपोर्ट में भी बारिश से फसलें प्रभावित हुई हैं।

अजमेरMar 20, 2023 / 03:22 pm

Kamlesh Sharma

Farmers Toll Free Number For Crop Loss Within 72 Hours In Rajasthan

अजमेर में ओलावृष्टि एवं बारिश से गेहूं एवं जौ की कटी फसलों में खराबे से किसानों को आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है। इसके बावजूद समय पर गिरदावरी शुरू नहीं हुई है। उधर, कृषि विभाग की सर्वे रिपोर्ट में भी बारिश से फसलें प्रभावित हुई हैं।

अजमेर। जिले में ओलावृष्टि एवं बारिश से गेहूं एवं जौ की कटी फसलों में खराबे से किसानों को आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है। इसके बावजूद समय पर गिरदावरी शुरू नहीं हुई है। उधर, कृषि विभाग की सर्वे रिपोर्ट में भी बारिश से फसलें प्रभावित हुई हैं।

बेमौसम बारिश एवं ओलावृष्टि से खरीफ की पकी फसल में नुकसान हुआ है। खेत में कटी हुई गेहूं एवं जौ की फसल भीगने एवं पानी में पड़ी होने से नुकसान हो रहा है। तेज हवा के झोंके के साथ हुई बारिश से फसलें आड़ी भी गिर गई हैं। तबीजी, नदी गांव, डूमाड़ा, नागोला, केरिया सहित आस-पास के कई गांवों में फसलों में नुकसान हुआ है। भिनाय पंचायत समिति के कुछ गांवों में ओलावृष्टि से फसलों में खराबा हुआ है। विशेष गिरदावरी के संबंध में अतिरिक्त जिला कलक्टर राजेन्द्र सिंह राठौड़ से भी संपर्क किया गया, लेकिन बात नहीं हो पाई।

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बारिश से नुकसान की स्थिति
कृषि विभाग के सर्वे के मुताबिक पुष्कर, रूपनगढ़, पीसांगन, नसीराबाद एवं रूपनगढ़ क्षेत्र में बारिश से हुए नुकसान का सर्वे करवाया गया। शनिवार सुबह तक करीब 6 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में 5 से 20 प्रतिशत तक फसलें प्रभावित हुई हैं।

विशेष गिरदावरी में ये नियम बाधक
विशेष गिरदावरी में 50 प्रतिशत तक खराबा होने तक मुआवजे का प्रावधान है। वहीं पूरी तहसील क्षेत्र में खराबे को भी इसमें शामिल किया जाता है। कई किसानों की 30 से 40 प्रतिशत फसलें खराब या प्रभावित होने पर भी उन्हें मुआवजा नहीं मिलता है।

टोल फ्री नम्बर पर किसान 72 घंटे में दें सूचना
जिले में मौसम की विषम परिस्थितियों के कारण हुए फसल नुकसान की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत भरपाई के लिए किसानों को 72 घंटे में बीमा कंपनी को सूचना देना जरूरी होगा। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक बुद्धिप्रकाश पारीक ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें बताया कि जिन किसानों ने 2022-23 में फसल बीमा करवा रखा है, वे 72 घंटे में बीमा कंपनी बजाज एलाइंज के टोल फ्री नंबर 18002095959 या कंपनी के फार्म मित्र एक के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकेंगे। अगर 72 घंटे में किसान की ओर से पूर्ण सूचना उपलब्ध नहीं कराई जाती है तो 7 दिवस में पूर्ण सूचना निर्धारित प्रपत्र में बैंक या कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के माध्यम से बीमा कंपनी को उपलब्ध करा सकेंगे।

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किसान ने बताई पीड़ा
नदी प्रथम गांव निवासी ओमप्रकाश कहार ने बताया कि बारिश से कटी हुई फसलों में नुकसान हुआ है। बारिश व तेज हवा से गेहूं व जौ की फसलें आड़ी गिर गई हैं। इससे उपज प्रभावित होगी।

वर्तमान में खेतों में फसलों की स्थिति

फसल– हैक्टेयर क्षेत्र

गेहूं—— 51949

जौ ——29795

चना ——130153

सरसों ——73218

तारामीरा ——4607

जीरा ——3100

सब्जियां ——2172

बारिश व ओलावृष्टि का जिलेभर में सर्वे करवाया गया है। कुछ जगह कटी हुई फसलों में नुकसान हुआ है, लेकिन गिरदावरी रिपोर्ट से खुलासा होगा कि कितना नुकसान हुआ है। सोमवार को भी सर्वे करवाया जाएगा। किसान 72 घंटे में बीमा कंपनी को शिकायत करें, ताकि उन्हें मुआवजा मिल सके।
बुद्धि प्रकाश पारीक, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग अजमेर

https://youtu.be/r-aK25EKaPU

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