
एक्सीलेंस स्कूल गोटेगांव में कक्षा नवीं और ११ वीं का परीक्षा परिणाम तैयार करने में बड़ी लापरवाही सामने आई है।
रक्तिम तिवारी/अजमेर.
प्रदेश के सरकारी और निजी कॉलेज में सत्र 2019-20 से नवाचार प्रारंभ होंगे। स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर विद्यार्थियों का ज्ञान परखने के लिए मासिक परीक्षा की शुरुआत होगी। साथ ही कौशल शिक्षा भी प्रारंभ की जाएगी। इससे विद्यार्थियों को त्वरित रोजगार मिल सकेगा। यह बात कॉलेज शिक्षा आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने पत्रिका से बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि सरकारी कॉलेज, विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की कम होती उपस्थिति से सरकार और उच्च शिक्षा विभाग वाकिफ है। विद्यार्थी पढ़ाई के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों में भी पढ़ते हैं। इसको देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग विद्यार्थियों के लिए मासिक परीक्षा योजना प्रारंभ करेगा। विद्यार्थियों की प्रतिमाह कॉलेज स्तर पर परीक्षा होगी। विश्वविद्यालय और प्रतियोगी परीक्षाओं के पैटर्न पर पेपर बनाए जाएंगे। इससे विद्यार्थी अपने ज्ञान को परख सकेंगे।
सब जगह समान हो पढ़ाई
बोरड़ ने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग सभी कॉलेज में समान पढ़ाई की योजना भी बना रहा है। योजनान्तर्गत सभी कॉलेज में एक ही समय पर समान विषयों की पढ़ाई कराया जाना प्रस्तावित है। इसमें ई-कंटेंट और ऑनलाइन अध्ययन-अध्यापन योजना मददगार बनेगी। शुरुआत में कुछ कॉलेज को चिन्हित किया जाएगा। बाद में अन्य संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा।
ताकि मिले त्वरित रोजगार
बोरड़ ने कहा कि मौजूदा दौर में केवल डिग्री के भरोसे विद्यार्थियों को रोजगार नहीं मिल सकता है। लिहाजा सरकार ने कौशल विकास शिक्षा देने की योजना बनाई है। सभी कॉलेज में कौशल आधारित लघु पाठ्यक्रम भी प्रारंभ होंगे। विद्यार्थी ई-कंटेंट के माध्यम से ऑनलाइन पढ़ाई कर सर्टिफिकेट ले सकेंगे।
Published on:
19 Mar 2019 08:44 am
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