
808th Urs : उर्स से पहले हो माकूल बंदोबस्त
मनीष कुमार सिंह
अजमेर. ख्वाजा साहब की दरगाह में सुरक्षा को लेकर काफी सतर्कता बरत रही पुलिस ने इस दिशा में दरगाह कमेटी की मदद से एक कदम और उठाया है। दरगाह पर अब अभय कमांड सेंटर से पुलिस की सीधी नजर रहेगी। यह कवायद शुक्रवार से शुरू भी हो चुकी है। यहां नए आईपी(इंटरनेट प्रोटोकॉल) युक्त कैमरे लगाने के साथ पुराने बंद पड़े सीसीटीवी कैमरों को दुरुस्त किया जा रहा है। ख्वाजा साहब की दरगाह सुरक्षा इन दिनों पुलिस प्रशासन के लिए अहम मुद्दा बना हुआ है। शुक्रवार को दरगाह कमेटी की ओर से दरगाह परिसर में नई तकनीक(आईपी) कैमरे लगाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। जिनकी कमान सीधे अभय कमांड सेंटर से रहेगी। दरगाह सुरक्षा को देखते हुए ही एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने गत दिनों दरगाह कमेटी, खादिम समुदाय की दोनों अंजुमन सदस्य के साथ हुई बैठक में दरगाह के भीतर शेष सीसीटीवी कैमरे एडवांस टेक्नोलॉजी(आईपी युक्त) लगाने पर जोर दिया था। एसपी के सुझाव के बाद ही दरगाह कमेटी ने नए सीसीटीवी कैमरों के साथ पुराने कैमरे ठीक करने व बदलने की कवायद शुरू कर दी है। हालांकि यहां लगे पुराने सीसीटीवी कैमरे नोन-आईपी है।
अब तक लगे थे साठ
दरगाह कमेटी की ओर से दरगाह परिसर में 85 कैमरे लगाए जाने थे। अब तक 60 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके है, जो नोन-आईपी है। उनका कन्ट्रोल दरगाह थाने में है। इन्हें दरगाह थाना पुलिस ऑपरेट करती है। शेष पचीस सीसीटीवी कैमरे आईपी टेक्नोलॉजी पर काम करने वाले लगाए जा रहे हैं, जिनका सीधा जुड़ाव अभय कमांड सेंटर से रहेगा।
बाहरी सुरक्षा भी मजबूत
सीओ दरगाह सुरेन्द्रसिंह के मुताबिक दरगाह परिसर के अन्दर की सुरक्षा के साथ बाहरी सुरक्षा भी मजबूत की जा रही है। दरगाह प्रवेश द्वार पर भी सीसीटीवी कैमर से नजर रखी जाएगी।
कब क्या हुई कवायद
- 2 अक्टूबर को एसपी, खादिम समुदाय, अंजुमन व दरगाह कमेटी सदस्यों की बैठक
- दरगाह सुरक्षा, जायरीन की सुविधा पर चर्चा, खादिम समुदाय एसपी के आया साथ
-15 अक्टूबर की देर रात दरगाह परिसर की तलाशी, संदिग्धों की धरपकड़
-24 घंटे में एक बार तलाशी, बिना पहचान जमे लोगों को निकालने की कवायद
- 18 अक्टूबर को आईपी युक्त सीसीटीवी कैमरे
इनका कहना है...
दरगाह परिसर में कुछ सीसीटीवी कैमरे लगाना प्रस्तावित था। दरगाह कमेटी को कुछ स्थान भी बताए गए थे। वहां आईपी बेस्ड कैमरे लगाने का प्रस्ताव था, ताकि उन्हें अभय कमांड सेंटर से जोड़ा जा सके। इससे दरगाह की मॉनेटरिंग, डेटा भी सुरक्षित रखा जा सकता है।
कुंवर राष्ट्रदीप, पुलिस अधीक्षक, अजमेर
Published on:
19 Oct 2019 04:00 am
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