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RPSC: उपाचार्य और अधीक्षक भर्ती में बढ़े 41 पद, आयोग ने मांगे फार्म भिनाय क्षेत्र के केरोट निवासी आसाराम कीर ने सिविल लाइंस पुलिस
(civil lines police) को शिकायत दी थी। इसमें जेल कर्मचारी द्वारा मारपीट करने, जेल प्रहरी द्वारा सुविधा शुल्क वसूली
(money deamand) करने का मामला शामिल है। पुलिस शनिवार को भी मामले की पड़ताल में जुटी रही।
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MDSU: बोले कुलपति..बिल्डिंग बना लीं बड़ी-बड़ी, नहीं पढ़ रहे 8 विद्यार्थी परिजन के समझने में फेर.. जेल प्रशासन
(jail administration) ने बंदी आसाराम के परिजनों के बीच बातचीत कराई। उसने बताया कि उसके साथ थाने में मारपीट हुई थी। इसके कारण वह चोटिल (injured) हुआ था। फोन पर उसने जेल कैंटीन (canteen) के लिए पैसा डालने की बात कही थी, जिसे परिजन ने जबरन शुल्क वसूली समझ लिया।
चर्चित रहा था वसूली प्रकरणसेंट्रल जेल में बीती 19 जुलाई को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो
(anti curruption bureu) ने जेल में कार्रवाई की। इस मामले में अजमेर सेंट्रल जेल का मुख्य जेल प्रहरी अरुण कुमार चौहान, भरतपुर के संजय सिंह, सेंट्रल जेल प्रहरी प्रधान बाना, नागौर परबतसर पीलवा राबडिय़ा निवासी केसाराम जाट पकड़ा गया था। सजायाफ्ता बंदी लौंगिया मोहल्ला निवासी दीपक उर्फ सन्नी, सागर तेजी और दरगाह बाजार हाल लौंगिया मोहल्ला निवासी प्रवेश भी पकड़ा गया था। प्रदेश स्तर (state wide) पर यह मामला काफी चर्चित रहा था।