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Thanks Giving day धन्यवा.द अजमेर.. अजमेर ने हमें बहुत कुछ दिया, इसलिए हम भी निभाएं अपणायत फर्ज

विश्व धन्यवाद दिवस विशेष

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Thanks Giving day धन्यवा.द अजमेर.. अजमेर ने हमें बहुत कुछ दिया, इसलिए हम भी निभाएं अपणायत फर्ज

Thanks Giving day धन्यवा.द अजमेर.. अजमेर ने हमें बहुत कुछ दिया, इसलिए हम भी निभाएं अपणायत फर्ज

अजमेर. अजमेर की आबोहवा, प्राकृतिक एवं भौगोलिक वातावरण ने यहां की जनता को अपने में समेट लिया। अजमेर में किसी ने जन्म लिया तो किसी के बेटे-बेटियों ने। कुछ ऐसे भी हैं जो नौकरी के लिए, रोजगार, उद्योग के लिए यहां पहुंचे और यहीं के होकर रह गए। अजमेर शहर ने अच्छे स्कूल-कॉलेज, संस्थान, चिकित्सालय, दफ्तर दिए हैं। रोजगार के सभी अवसर उपलब्ध कराए हैं। ऐतिहासिक, धार्मिक स्थलों की शृंखला दी है जो राष्ट्र की एकता ही नहीं अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभाव छोड़ती है। अजमेर में जनता को हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं मगर अब हमारा फर्ज है कि अजमेर की खूबसूरती में हम किस तरह भागीदारी निभाएं।

प्राकृतिक एवं भौगोलिक वातावरण : अजमेर का प्राकृतिक एवं भौगोलिक वातावरण यहां बसने वाले हर व्यक्ति के जेहन में पहली प्राथमिकता रहती है। यहां का मौसम सम होने एवं स्वास्थ्य के लिहाज से अच्छा होने के कारण हर कोई अजमेर में बसना चाहता है। यहां की आनासागर झील, नगर वन उद्यान, नाग पहाड़ एवं पहाडिय़ों से घिरे अजमेर में न अधिक सर्दी है तो न अधिक गर्मी।
रोजगार : अजमेर में आने वाले हर नौकरी-पेशा व्यक्तियों के साथ व्यापारियों को यहां रोजगार दिया। अजमेर शहर ने रोजगार के नजरिए से हर किसी को कुछ न कुछ दिया है। यहां रेलवे कारखाना, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान लोक सेवा आयोग, जेएलएन मेडिकल कॉलेज सहित कई संस्थान ऐसे हैं, जहां हजारों नौकरीपेशा अपनी आजीविका चला रहे हैं।

ऐतिहासिक धरोहरों से लबरेज : अजमेर में पहाड़ी पर स्थित तारागढ़, पृथ्वीराज स्मारक, अजमेर का किला (संग्रहालय), अजयपाल मंदिर, ढाई दिन का झोंपड़ा, बारादरी, महाराणा प्रताप स्मारक, झलकारी बाई स्मारक, दाहरसेन स्मारक।
नामी शिक्षण संस्थान : मेयो कॉलेज, महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय, जेएलएन मेडिकल कॉलेज सहित कई नामी शिक्षण संस्थाएं यहां संचालित हैं।

धार्मिक स्थलों की सौगात : विश्व प्रसिद्ध ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह, बजरंगगढ़ मंदिर, मेहंदी खोला माता मंदिर, चामुंडा माता मंदिर, सोनीजी की नसियां, नारेली जैन तीर्थस्थल, चर्च सहित कई धार्मिक स्थल उपलब्ध हैं। ................................

हमारा फज.......र्
- अजमेर शहर को स्वच्छ व साफ रखें।

- शहर को नशे से मुक्त रखने में आमजन भागीदारी निभाए।
- बालश्रम को रोकने के लिए जागरूकता लाएं।

- भिक्षावृति के दंश से अजमेर को मुक्ति दिलाएं।
- मासूम बेटियों व महिला उत्पीडऩ के मामलों को रोकें।

- सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा में भागीदारी निभाएं।
- अजमेर को अपराध मुक्त बनाने में पुलिस के साथ भागीदारी निभाएं।

- शहर को प्लास्टिक मुक्त करने में जागरूकता लाएं।
- पेयजल को व्यर्थ नहीं बहाएं, वर्षाजल का संचय करें।

- शहर में पेड़-पौधे लगाएं, अन्य को भी प्रेरित करें।
- स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाएं।


एक्सपर्ट व्यू

अजमेर का चरित्र है कि बाहर से आने वाले यहीं बसकर रह रहे हैं। यही वजह है कि अजमेरीयत विकसित नहीं हो पाई। अधिकांश की जड़ें कहीं और ही रही हैं। कई तो पीढिय़ों से यहां रह रहे हैं। इन सबकी जिम्मेदारी है कि सिटी कल्चर विकसित करें। शहर में अनियंत्रित पार्किंग है। झील, बाग-बगीचों से ही लगाव नहीं है शहर को। आनासागर झील किनारे अतिक्रमण बढ़ रहे हैं। झील की सफाई, ऐतिहासिक स्थानों के प्रति लगाव उत्पन्न होना चाहिए। अजमेर ने सभी को एज्युकेशन (शिक्षा) दी है, जो सफल हुए हैं और बाहर अच्छी स्थिति में हैं उन्हें यहां उच्च शिक्षा संस्थान खोलने चाहिए। यहां स्कूली शिक्षा के बाद यूथ बाहर जा रहा है। बड़े संस्थान, आईटी पार्क, औद्योगिक दिशा में भी काम करने चाहिए। अजमेर की प्रतिभाएं बाहर जा रही हैं। नई जेनरेशन यूथ का टिकाव हो सके।

अनन्त भटनागर, शहर के चिंतक