समस्याओं के प्रति संघर्ष करना जरूरी ग्रामीणों का कहना था कि इन समस्याओं के समाधान के लिए जहां गांव के प्रमुख जनप्रतिनिधियों को आगे आना होगा, वहीं सत्ता में भागीदार लोगों को भी अपनी भूमिका का ईमानदारी से निर्वहन करना होगा। ग्रामीणों ने पंच-सरपंच के होने वाले चुनाव में ईमानदार एवं कर्मठ व गांव की समस्याओं के लिए संघर्ष करने वाले व्यक्ति को चुनकर भेजने की आवश्यकता बताई। उनका कहना था कि हमारा प्रतिनिधि शिक्षित भी होना चाहिए तथा उसमें सरकार की ओर से जारी विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए समय बद्ध तरीके से कार्यक्रम चलाने की योग्यता भी होनी चाहिए।
इन्होंने व्यक्त किे विचार फतेहगढ़ से सांवरलाल खारोल, भागचंद जाट, सरपंच उम्मीदवार विमलेश चौधरी, जोताया से कौशल किशोर शर्मा, ताजपुरा से सरपंच उम्मीदवार श्योजीराम जाट, हगामीलाल चौधरी, सराना से सरपंच उम्मीदवार नीलम दूनीवाल, चांदना से विजेन्द्र जाट, खीरियां से सरपंच उम्मीदवार वंदना तोषनीवाल आदि ने अपने विचार रखे।
वेबीनार में यह सामने आया जन एजेंडा 1. ग्राम पंचायत जोताया में चारागाह भूमि पर अतिक्रमण व पेयजल की समस्या का शीघ्र निदान हो।
2. ग्राम पंचायत चांदमा में पेयजल की समस्या दूर हो।
3. ग्राम पंचायत फ तहगढ़ में बेरोजगारी की समस्या का हल हो व सफ ाई व्यवस्था में सुधार हो।
4. ग्राम ताजपुरा में पेयजल संकट, लावारिस गो-वंश व बेरोजगारी की समस्या दूर हो। 5. ग्राम पंचायत खीरियां में पेयजल, सड़क व विद्युत की अनियमित आपूर्ति का संकट दूर हो।
6. ग्राम पंचायत सराना में खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ नहीं मिल रहा व जॉब कार्ड की कमी है।
किसने क्या कहा ग्राम पंचायत फ तेहगढ़ में मनरेगा में लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है। सिंचाई के साधन नहीं होने से खेती का कार्य भी प्रभावित है। गांव में रोड लाइटें आधी से ज्यादा खराब पड़ी है। हैडपम्प भी मरम्मत मांग रहे हैं।
सांवरलाल खारोल, फ तेहगढ़ फ तेहगढ़ में पेयजल का बड़ा संकट है। पीने का पानी नहीं मिलने से लोगों को 2 किलोमीटर दूर पैदल जाना पड़ रहा है। नरेगा में रोजगार नहीं मिलने की भी समस्या है। गांव में सफ ाई का हाल भी बुरा है। जगह-जगह गंदगी के ढेर होने से मौसमी बीमारी फैलने का अंदेशा बना रहता है। पिछले कार्यकाल में एक भी व्यक्ति को 100 दिन का पूरा रोजगार नहीं मिला, जिससे ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति डांवाडोल हो गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी लोगों को मकान नहीं मिले, लोग पंचायत प्रशासन के चक्कर काटते रहे। पंचायत क्षेत्र में सड़कों का हाल भी बुरा है, नालिया बनी हुई नहीं है जिससे सारी गंदगी सड़क पर फैलती रहती है।
भागचंद जाट, फ तेहगढ़ सरपंच के विगत कार्यकाल में विकास के अनेक महत्वपूर्ण कार्य हुए हैं। इस बार भी मौक ा मिला तो पंचायत के विकास में कोई कमीं नहीं रहेगी। लोगों को पूरे सौ दिन का काम देना, पेयजल संकट का समाधान करना व गांव की पुरा संपदाओं व ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण करना प्राथमिकता में रहेगा। फ तेहगढ़ के सभी संपर्क रास्तों का कायाकल्प भी किया जाएगा व विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाकर फ तेहगढ़ को आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में स्थापित किया जाएगा।
विमलेश चौधरी, सरपंच उम्मीदवार, फ तेहगढ़ ग्राम पंचायत जोताया में मुख्य रूप से चारागाह भूमि पर अतिक्रमण की समस्या है। गांव के ही कुछ असामाजिक तत्वों ने चारागाह भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है जिससे पशुपालकों को अपने पशुपालन में काफ ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। गांव में प्रमुख तालाबों के जीर्णोद्धार करने की भी आवश्यकता है। हालांकि पिछले सरपंच के कार्यकाल में तालाबों पर काफ ी काम हुआ लेकिन कुछ काम अधूरा रह गया, जिसे पूरा करने की आवश्यकता है।
कौशल किशोर शर्मा, जोतायां ग्राम पंचायत ताजुपरा पहली बार पंचायत बनी है। यदि जनता ने सेवा का अवसर दिया तो मुख्य रूप ये यहां व्याप्त पेयजल संकट का समाधान किया जाएगा। नरेगा में हर हाथ को काम देने की व्यवस्था की जाएगी। गांव में सड़कों की बेहतरी के लिए भी कार्य किया जाएगा। ताजपुरा में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी खुलाने का पूरा प्रयास रहेगा।
श्योजीराम जाट, सरपंच उम्मीदवार ताजपुरा घर-घर में नल कनेक्शन कराना व नरेगा में सौ दिन की पूरी मजदूरी की व्यवस्था करना सरपंच बनने पर पहली प्राथमिकता रहेगी। पंचायत क्षेत्र में स्वच्छता अभियान पर भी पूरा फ ोकस रहेगा। क्षतिग्रस्त तालाबों की मरम्मत भी कराई जाएगी।
हगामीलाल चौधरी, सरपंच उम्मीदवार ताजपुरा ग्राम पंचायत सराना में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विकास ही पहली प्राथमिकता रहेगी। श्मसान स्थल पर सामुदायिक भवन का निर्माण, खाद्य सुरक्षा से वंचित लोगों को जोडऩा व सभी वांछित लोगों को जॉब कार्ड बनाकर देना भी उनकी प्राथमिकता में रहेगा।
नीलम दूनीवाल, सरपंच उम्मीदवार, सराना ग्राम पंचायत सराना में बेरोजगारी बड़ी समस्या है। मजदूरों के जॉब कार्ड पूरे नहीं बने हैं तथा पीने के पानी का भी संकट बना रहता है। खाद्य सुरक्षा योजना के लाभ से भी अलेक ग्रामीण वंचित हैं।
कैलाश प्रजापति, सराना ग्राम पंचायत चांदमा में पेयजल की भारी समस्या है। यहां चार टंकिया भी बनी हुई है, लेकिन ग्रामीणों को पीने का पानी जुटाने के लिए ग्राम जॉवला जाना पड़ता है। हैंडपंप भी खराब पड़े हैं। बेरोजगारी भी बड़ी समस्या है।
विजेन्द्र जाट, चांदमा ग्राम पंचायत खीरियां का सरपंच बनने का अवसर मिला तो गांव के सभी धार्मिक स्थानों का कायाकल्प करना, पेयजल संकट का समाधान करना, नरेगा में रोजगार उपलब्ध कराना, बेहतर चिकित्सा सेवाएं जुटाना, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें रोजगार के साधन मुहैया कराना पहली प्राथमिकता रहेगी।
वंदना तोषनीवाल, सरपंच उम्मीदवार, खीरियां