इस घटना के विरोध में दुकानदारों ने गोविंदगढ़ और रामबास में दुकानें बंद रखी। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीण मृतक चिंरजीलाल के बेटे को नौकरी, 50 लाख रुपए और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी को लेकर अड़े रहे। बाद में प्रशासन की ओर से तत्काल प्रभाव से पांच लाख का मुआवजा और मृतक के पुत्र को सरकारी नौकरी का प्रस्ताव भेजने को लेकर सहमति बनने के बाद जाम खोला गया। जाम दोपहर दो बजे खोला गया। सात घंटे तक लोग परेशान रहे।
राजस्थान में दलित बच्चे की मौत का मामला, अब सामने आया जालोर MLA का बड़ा बयान
इधर, मृतक के बेटे योगेश ने सोमवार को गोविंदगढ़ थाने में ट्रैक्टर मालिक विक्रम खान पुत्र जुम्मे खान निवासी उलाहेड़ी थाना सदर अलवर सहित 15 से 20 आदमियों की ओर से लाठी, फरसी, सरिए से पिता चिंरजीलाल के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज कराया है। पुलिस उप अधीक्षक कमल प्रसाद मीणा ने पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस के द्वारा मृतक के परिजनों को मामला दर्ज करवाने के लिए कहा गया था। पीडि़त पक्ष और उसके रिश्तेदार इलाज के लिए गए हुए थे । इस स्थिति में रिपोर्ट नहीं दी गई थी सोमवार को रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी।
आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने पुलिस पर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने का आरोप लगाया। समझौते के बाद कुछ ग्रामीण प्रशासन के दबाव में और मृतक के परिजनों से बिना पूछे समझौते का आरोप लगाते हुए समझौते को नहीं मानते हुए प्रशासन पर दबाव देने का आरोप लगाते रहे ।
इस बीच समझौते में शामिल लोगों के साथ मारपीट करने का प्रयास भी किया गया। बीच बचाव में आई पुलिस के साथ भी ग्रामीणों की नोक-झोंक हो गई। यहां तक की एक युवा ने सहायक उपपुलिस उप निरीक्षक को नौकरी करना सिखाने की चेतावनी तक दी। इसके बाद पुलिस ने समझौते में शामिल लोगों को पुलिस की सुरक्षा के बीच घर तक छुड़वाया।
देर रात महिला टीचर के घर में घुसे SDM, गांव के लोगों ने लगा दी दरवाजे की कुंदी, वीडियो वायरल
रविवार 14 अगस्त को को राम बास निवासी चिरंजी शौच के लिए खेत में गया था। उसी दौरान अलवर के सदर थाना क्षेत्र से एक ट्रैक्टर को चोरी करके लाया जा रहा था और ट्रैक्टर मालिक और कुछ लोग चोरों का पीछा कर रहे थे। चोरों ने अपने आप को पुलिस और ट्रैक्टर मालिकों से घिरा देख ट्रैक्टर को बिजली घर के पास स्थित एक खेत में छोड़कर भाग गए। इतने में पुलिस से पहले ट्रैक्टर के मालिक आ गए और खेत में नित्य कर्म कर रहे रामबास निवासी चिरंजी को चोर समझकर पीट दिया जिससे वह गंभीर रुप से घायल हो गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने चिरंजी को अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसे जयपुर भेज दिया गया था। बाद में सोमवार शाम को चिरंजी ने दम तोड़ दिया। मृतक चिरंजी के परिवार में कुल 11 सदस्य हैं और वह सब्जी का ठेला लगाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। लक्ष्मणगढ़ उपखंड अधिकारी लखन गुर्जर का कहना है कि जिन लोगों ने घटनाक्रम को अंजाम दिया है, उन पर कठोर से कठोर कार्रवाई होगी।