आगे शुल्क, पीछे कुछ नहीं ( Siliserh lake in alwar ) सिलीसेढ़ आने वाले स्थानीय पर्यटकों ( siliserh hotels ) से भी होटल तक जाने के लिए शुल्क लिया जाता है। जिसके कारण अधिकतर स्थानीय पर्यटक पाल तक ही जाते हैं। पाल पर सौंदर्य के नाम पर कुछ नहीं है। पहले कुछ पेड़ थे उनको भी काट दिया गया। अब छाया के नाम पर दो-तीन पेड़ बचे हैं। घास तक नहीं है।
दोनों तरफ अतिक्रमण सिलीसेढ़ बांध तक पहुंचने से पहले करीब एक दर्जन दुकानों के आगे बड़ा अतिक्रमण है। सरकारी जमीन पर बड़े कब्जे हैं। बारिश के दिनों में पर्यटकों की संख्या बढ़ते ही यहां रोजाना कई घण्टे जाम लगता है। बंाध से सटे कई छोटे-बड़े होटल-ढाबे बफर जोन में हैं।
अतिक्रमण भी हटाया जाएगा पाल का सौंदर्यीकरण बढ़ाने के लिए बजट तय हुआ है। इस बीच यह तय होगा कि किस तरह के कार्य यहां कराए जा सकते हैं। यह सही है कि अतिक्रमण हटाने से ही पर्यटकों को पूरा लाभ मिल पाएगा।
पीके जैन, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, यूआईटी अलवर