पांच वर्ष पूर्ण होने पर निवेशकों कंपनी से संपर्क किया तो कंपनी द्वारा चेक दिया गया। जब चेक की राशि आहरण के लिए बैंक में लगाई गई तो चेक बाउंस हो गया। फिर धोखाधड़ी की शंका पर निवेशकों ने इसकी शिकायत ११ अपै्रल २०१९ को एसपी सरगुजा से की थी।
इसके बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं होने पर निवेशकों ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से की। फिर स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।
वर्ष 2014 में चिटफंड कंपनी साईं दीप प्रोड्यूसर लिमिडेट सरगुजा में चल रही थी। इसका ऑफिस अंबेडकर चौक पर था। कंपनी द्वारा निवेशकों को पांच वर्ष में रुपए दोगुनी करने का झांसा दिया जाता था। इस झांसे में आकर घुटरापारा पानी टंकी निवासी 40 वर्षीय शंकर राम यादव पिता जगेश्वर राम यादव ने 2014 में 1 लाख 10 हजार 250 रुपए निवेश किया था। इसके बाद वह एजेंट के रूप में कंपनी में काम करने लगा।
उसने अपने रिश्तेदारों व परिचितों सहित 127 लोगों से 27 लाख रुपए कंपनी में निवेश करवाए थे। सभी निवेशकों को 5 वर्ष में रकम दोगुनी करने का लालच (Greed) दिया गया था। 5 वर्ष बाद जब निवेशकों द्वारा जब कंपनी से संपर्क किया गया तो कंपनी द्वारा निवेशकों को चेक काट कर दे दिया गया।
चेक जब बैंक में जमा कराया गया तो वह बाउंस हो गया। इस पर निवेशकों ने पुन: कंपनी से संपर्क किया तो उन्हें पुन: पैसा वापस करवाने का आश्वासन दिया गया। इसके बावजूद भी रुपए वापस नहीं मिले।
इससे निवेशकों को धोखाधड़ी का शिकार होने की आशंका हुई। तब कंपनी के एजेंट शंकर राम ने सभी निवेशकों के साथ 11 अपै्रल 2019 को एसपी सरगुजा से शिकायत की थी। इसके बावजूद भी इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर जुर्म दर्ज
एसपी द्वारा चिटफंड कंपनी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने पर पीडि़तों ने इसकी शिकायत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से की। फिर ङ्क्षसहदेव के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने कंपनी के संबंधित आरोपियों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।