दरिमा के घुनघुट्टा डेम में शनिवार को एमएसएसव्हीपी के बालिका गृह की बच्चियां व स्वाधार गृह की महिलाएं पिकनिक मनाने गए हुए थे। इस दौरान कुछ ग्रामीणों व एमएसएसव्हीपी के कर्मचारियों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इसपर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर जमकर लाठी-डंडे चलाए थे।
इससे एमएसएसव्हीपी के सचिव मनोज भारती गम्भीर रूप से घायल हो गए, जिनकी रिपोर्ट पर घुनघुट्टा डेम के चौकीदार संखपति, राजू चौबे व अन्य 10 के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। पुलिस ने मामले में दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी शुरू की थी।
ग्रामीणों ने भी एमएसएसव्हीपी के सचिव मनोज भारती व अन्य 5 के खिलाफ जुर्म दर्ज कर लिया है। विवेचना अधिकारी एसआई आरपी साहू ने बताया कि एमएसएसव्हीपी के कर्मचारियों के साथ बालिका गृह व स्वधार गृह के लोग पिकनिक मनाने बस से घुनघुट्टा डेम आए हुए थे।
इस दौरान उन्होंने बस डेम के चौकीदार संखपति के दुकान के सामने खड़ी कर दी थी। संखपति जो गन्ना रस का दुकान लगाता है, उसने बस को हटाने को भी कहा लेकिन उन्होंने नहीं हटाया। बाद में रेस्ट हाउस की पीछे सूखी लकड़ी रखी हुई थी, उसे बिना किसी से पूछे जलाना शुरू कर दिया।
इस पर चौकीदार ने लकड़ी लेने से मना किया तो उसके साथ मारपीट की गई। इससे नाराज होकर संखपति वापस गांव चला गया और कुछ देर बाद 7-8 लोगों को लेकर पहुंचा और डंडे से एमएसएसव्हीपी के कर्मचारियों की पिटाई शुरू कर दी।
विवाद काफी बढ़ गया तो इसकी सूचना किसी ने दरिमा पुलिस व डायल 112 को दी। सूचना पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई। उसने तत्काल दोनों पक्षों को शांत कराया। पुलिस ने दोनों पक्षों के रिपोर्ट पर धारा 147, 148, 149, 506बी व 323 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है।
मुलाहिजा के बाद ही हुई रिपोर्ट
नियमानुसार पुलिस ने मारपीट होने की वजह से व घायल होने की स्थिति में पहले मुलाहिजा कराकर चोट के अनुसार दोनों पक्षों के ऊपर जुर्म दर्ज किया। पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने दबिश दे रही है।