लेकिन जब बैंक से ऋण चुकाने हेतु नोटिस प्राप्त हुआ तो वह अचंभित व परेशान हो गया। इसके बाद उसने ग्रामीण बैंक पुहपुटरा जाकर अपने ऋण के विषय में जानकारी मांगी तो बैंक मैनेजर (Bank Manager) द्वारा बताया गया कि उसका ऋण माफ नहीं हुआ है।
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सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम निम्हा निवासी किसान अशोक दास के अनुसार बैंक मैनेजर के द्वारा बताया गया है कि आपका 50 हजार रुपए में सिर्फ 23 हजार रुपए ही माफ हुआ है और आपको 27 हजार रुपए जमा करना ही पड़ेगा।
इस तरह बैंक मैनेजर के अनुसार किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है। पीडि़त किसान ने जिला प्रशासन से न्याय देने की गुहार लगाई है। वहीं बैंक मैनेजर ने बताया कि उक्त व्यक्ति द्वारा 43 हजार का मूल ऋण लिया गया था, इसमें से ऋण माफी 41 हजार ही हुआ था।
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लेकिन राज्य सरकार (CG Government) द्वारा कुछ राशि वापस ले लिया गया इसलिए उसे 27 हजार का ऋण जमा करना पड़ेगा। बैंक मैनेजर ने बताया कि क्षेत्र के अन्य किसानों के साथ यही स्थिति देखने को मिल रही है।
किसानों को मिलना चाहिए ऋण माफी का लाभ
इस संबंध में छत्तीसगढ़ किसान कल्याण संघ के जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल कुमार यादव ने कहा कि किसानों को ऋण माफी (Debt Forgiveness) का पूरा लाभ मिलना चाहिए। वहीं किसान ने कहा कि उसे लगा था कि उसका ऋण पूरा माफ हो गया है।