एक दिन पहले इन्हीं हाथियों द्वारा ग्राम फुनगी में जंगल के भीतर बने एक ग्रामीण मुकेश के झाले को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही रामखेलावन और समुंदर साय के घर को क्षति पहुंचाई गई है।
हालांकि वन अमले की सजगता से जन हानि को तो अब तक रोका जा सका है। लेकिन मवेशियों को हाथियों के हमले से बचाने की कवायद विफल हो रही है। हाथियों द्वारा किए जा रहे इस तरह के आक्रामक बर्ताव और घटना से आस-पास के ग्राम में भय का माहौल है। हाथी अभी अलकापुरी सागौन बाड़ी में हैं। अब तक हाथी 5 मवेशियों को मौत के घाट उतार चुके है।
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मुनादी करा रहा है वन विभाग वन अमला द्वारा हाथियों से बचाव के उपाय के मुनादी कराई जा रही है, सतत निगरानी की जा रही है। हाथियों के संभावित मूवमेंट वाले गांवों को अलर्ट किया जा रहा है, आवश्यकता पडऩे पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचाया जा रहा है।
प्रशिक्षु डीएफओ सह प्रभारी रेंजर अक्षय भोसले के नेतृत्व में उप वन क्षेत्रपाल अजीत सिंह, वनपाल परमेश्वर राम, परिक्षेत्र सहायक उदयपुर चंद्रभान सिंह, वन रक्षक दिनेश तिवारी, राजेश राजवाड़े, भरत सिंह व धनेश्वर हाथियों की निगरानी में सक्रिय हैं।