साइबर सेल की मदद से कोतवाली पुलिस (Kotwali police) ने इस मामले में शामिल एक आरोपी को इंदौर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय (Court) में पेश कर जेल भेज दिया है।
शहर के कलेक्टोरेट बंगला के पीछे प्रतापपुर रोड निवासी अखिलेश कांत सोनी कंप्यूटर सेंटर चलाता है। उसने 28 दिसंबर 2020 को कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि ट्रेड कंपनी रिसर्च मुंबई से सॉफ्टवेयर कंपनी में पैसा लगाकर अच्छा मुनाफा दिलाएगा।
इस नाम पर उससे 7 लाख 64 हजार 179 रुपए की ऑनलाइन ठगी (Online swindle) की गई है। पुलिस अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज कर मामले की जांच कर रही थी। एसपी के निर्देश पर कोतवाली व साइबर सेल अंबिकापुर की संयुक्त टीम गठित कर आरोपी की खोजबीन शुरू की गई। जांच में साइबर सेल को पता चला कि आरोपी इंदौर का निवासी है।
इसके बाद आरोपी की गिरफ्तारी हेतु टीम को इंदौर रवाना किया गया। पुलिस ने इंदौर धरमराज कॉलोनी निवासी 30 वर्षीय अजय ओझा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने जुर्म करना कबूल कर लिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
कार्रवाई में ये रहे शामिल
कार्रवाई में मुख्य रूप से कोतवाली टीआई भारद्वाज सिंह, उप निरीक्षक रामनरेश गुप्ता, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, अनुज जायसवाल, अरविन्द उपाध्याय, संजीव चौबे व कुन्दन सिंह सक्रिय रहे।