बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के चलगली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मानपुर निवासी रविंद्र गुप्ता शिक्षक हैं। वे बुधवार की रात परिवार के सदस्यों के साथ घर पर मौजूद थे। रात करीब 10 बजे घर का दरवाजा खटखटाने की आवाज पर रविंद्र गुप्ता बाहर निकले तो एक दर्जन हथियारबंद नकाबपोशों को देखकर डर गए। वे कुछ कर पाते कि 4 हथियारबंद नकाबपोश धमकाते हुए अंदर घुस गए।
अपराधियों ने घर में घुसते ही शिक्षक व उनकी पत्नी ममता गुप्ता, बेटे कमलेश गुप्ता व बहू अनिता गुप्ता पर हथियार अड़ाकर उन्हें बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाशों ने सभी के मोबाइल लूट लिए। फिर बंदूक की नोक पर उनसे आलमारी की चाबी मांगी। भयवश घरवालों ने चाबी दे दी।
बदमाशों ने आलमारी खोलकर मंगलसूत्र 1 नग, सोने का कंगन 2 जोड़ी, सोने का कान झुमका 2 जोड़ी, सोने की अंगूठी 1 नग, पायल 2 जोड़ी, बिछिया दो जोड़ी व नकद करीब 30 हजार रुपए लूट लिए। मानपुर गांव में डकैती की वारदात की सूचना मिलने पर गुरुवार की सुबह पुलिस मौके पर पहुंची।
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अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लेकर परिवारों से वारदात के संबंध में पूरी जानकारी ली। वाड्रफनगर एसडीओपी ने बताया कि मामले में अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश जारी है।
चचेरे भाई के घर में भी वारदात
हथियारबंद नकाबपोश शिक्षक के घर में वारदात (Crime) को अंजाम देेने के बाद बगल के घर में रहने वाले उनके चचेरे भाई सकेंद्र गुप्ता के घर का दरवाजा खटखटाया। यहां दरवाजा खुलते ही सभी घर के अंदर घुस गए। बदमाशों ने सकेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी रुकमणी गुप्ता व पुत्र रोशन गुप्ता को हथियार के दम पर बंधक बना लिया व सभी के मोबाइल लूट लिए। इसके बाद आलमारी की चाबी मांगकर 1 लाख रुपए नकद व करीब 1 लाख रुपए के जेवर लूट लिए।
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पुलिस को सूचना दी तो मारे जाओगेसकेंद्र गुप्ता के घर में वारदात को अंजाम देने के दौरान हथियारबंद बदमाशों ने घरवालों को धमकी भी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी तो सभी मारे जाओगे।
परिजनों ने बताया कि नकाबपोशों (Maskmen) की उम्र करीब 20 से 35 साल के बीच थी। कुछ हथियारबंद वर्दी पहने थे। वे खुद को नक्सली (Naxalites) बताकर घटना को अंजाम देने के बाद करीब एक घंटे के बाद पहाड़ के पीछे रास्ते से धमनी जंगल की ओर चले गए।